बैरिस्टर छेदीलाल ने प्रदेश को किया गौरवान्वित…कांग्रेसियों ने किया नम आंखोे से याद…कहा..आंदोलन में कई बार गए जेल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— ज़िला कांग्रेस कमेटी ने बैरिस्टर ठाकुर छेदी लाल की 63 वी पुण्यतिथि पर याद किया। कांग्रेस भवन में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में कांग्रेसियों ने नम आखों से याद किया। सभी ने बैरिस्टर छेदीलाल के चित्र पर माल्यर्पण कर उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।
                 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंंत्री अटल श्रीवास्तव और शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कहा कि ठाकुर छेदी लाल छत्तीसगढ़ के प्रथम बैरिस्टर थे। छात्र जीवन से देश की आजादी से जुड़ गए। बैरिस्टर छेदीलाल शिक्षक, लेखक और इतिहासकार के रूप में भी जाने जाते हैं। उन्होने हालेंड के स्वतन्त्रता आंदोलन पर कलम चलाया। जिसे पूरी दुनिया ने पसंद किया। बैरिस्टर छेदीलाल संविधान निर्मात्री सभा के स्थायी सदस्य थे। ,उन्होंने छत्तीसगढ़ को स्वतन्त्रता आंदोलन से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।
                 हरीश तिवारी ,सैय्यद ज़फ़र अली ,ने बताया कि बैरिस्टर साहब का जन्म अकलतरा में हुआ। शिक्षा प्रयाग और इंग्लैंड में हुई। प्रारम्भ में स्वराज पार्टी से जुड़े। 1928 में महात्मा गांधी के सम्पर्क में आए। आंदोलनों में भाग लिया। 1931-32 में उन्हें 2500 रुपये का अर्थदण्ड हुआ। 1937 में निर्वाचित हुए। छेदीलाल  विदर्भ, कौशल, नागपुर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। कांग्रेस के त्रिपुरी महाअधिवेशन में मुख्यभूमिका निभाई। योगदान को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में अनेक संस्थाओं का नाम ठाकुर साहब के नाम पर ऱखे गए हैं। छेदीलाल का निधन 1956 में में हुआ । वे भारत माता और छत्तीसगढ़ महताही के सच्चे सपूत थे।
                 कार्यक्रम में पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेई, एस पी चतुर्वेदी,शेखर मुदलियार,राकेश शर्मा,विनोद शर्मा,त्रिभुवन कश्यप,धर्मेश शर्मा,गणेश रजक,शैलेन्द्र जायसवाल,विनोद साहू,अजय यादव,ब्रजेश साहू,मनोज शर्मा,अर्जुन सिंह ,मोह हफ़ीज़,सुभाष ठाकुर,सुभाष सराफ,भरत जुर्यनी,हेमन्त दृघस्कर,अनिल पांडेय,वीरेंद्र सारथी,राकेश बंजारे,राजेश शर्मा,दिनेश सूर्यवंशी,गोवर्धन श्रीवास्तव,मोहन गोले,करम गोरख,अफ़रोज़ खान,जिग्नेश जैन,कुंदन राव काम्बले,अन्नपूर्णा यादव,मनीराम साहू,राजू पाठक,सरजू समुद्री,किशन नन्हेट, मोहन श्रीवास,जहुर अली ,अजय नामदेव मौजूद थे।
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