बोनस तिहार मंच में वास्तुदोष…पसीना पोछते नजर आए मंत्री…अजय ने जताई नाराजगी

BHASKAR MISHRA
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IMG20171003154745बिलासपुर—बोनस तिहार मनाने हजारों की संख्या में किसान और ग्रामीण साइंस कालेज मैदान पहुंचे। प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने विशाल जनसमूह को संबोधित किया। किसानों को प्रदेश के मुखिया ने तीहरा सौगात दिया। मुख्यमंत्री ने बटन दबा कर सवा करोड़ से अधिक बोनस राशि किसानों के खाते में डाला। विशाल जनसमूह को मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक,कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने संबोधित किया। कलेक्टर पी.दयानन्द ने जिले का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर ने आभार प्रदर्शन भी किया। लेकिन कार्यक्रम के दौरान मंच की असहज स्थिति को लेकर लोगों में चर्चा होती रही।

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                         बोनस तिहार कार्यक्रम के दौरान केबिनेट मंत्रियों से भरा मंच काफी परेशान नजर आया। मंच पर बैठे अतिथियों को सूर्य की नाराजगी का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोग चर्चा करते रहे कि मंच बनाते समय वास्तु का ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते मंच पर बैठे अतिथियों को काफी परेशानी हुई। बाद में यदि अधिकारियों पर कार्रवाई हो तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।

जिला प्रशासन की निगरानी में मंच की व्यवस्था 

                                   बड़े और भव्य सरकारी काम की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है।बावजूद इसके मंच बनाते समय अतिथियों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। मंच बनाते समय जिला प्रशासन ने सूर्य की वस्तुस्थिति का आकलन नहीं किया। जिसके कारण अतिथि ज्यादातर समय पसीना पोछते नजर आए।

                                                                     जानकारी के अनुसार रायपुर से जिला प्रशासन को पहले आदेश में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 12 बजे होना बताया गया था। दो दिन बाद कार्यक्रम को दो बजकर तीस मिनट कर दिया गया। इस दौरान जिला प्रशासन ने मंच और सूर्य की स्थिति का सही आकलन नहीं किया। जिसका अंदेशा था वही हुआ…कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कद्दावर मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री को  कुर्सी खिसकाते और पसीना पोछते देखा गया। बर्दास्त के बाहर होने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कलेक्टर को बुलाकर नाराजगी जाहिर की।

                                 मंच पर सूर्य की सीधी किरण से मुख्यमंत्री के अलावा सभी नेता परेशान नजर आए। मुख्यमंत्री को तीन बार कुर्सी को पीछे खिसकाना पड़ा। नाराज स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने बार बार जिला प्रशासन प्रमुख से स्थिति को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए दिखाई दिए। हर नाराजगी के बाद अतिथियों की कुर्सी दो फिट पीछे खिसकती गयी। चौथी बार कतार में बैठे मंत्रियों और अतिथियों ने मंच का कोना पकड़ लिया।मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को अपनी कुर्सी किनारे छाया में लगानी पड़ी। इसके बाद उन्होने हाथ में रखे स्क्रिप्ट को इत्मीनान से पढ़ा।

                                   सूत्रों ने बताया कि मंच व्यवस्था को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर के अलावा निकाय मंत्री अमर अग्रवाल समेत अन्य मंत्रियों ने भी नाराजगी जाहिर की है। पीडबल्डूडी डीविजन दो के ई.ई मधेश्वर प्रसाद को स्वास्थ्य मंत्री के सामने पेश होना पड़ा। IMG-20171003-WA0027

धांसू भाषण के दौरान माइक टूटी…   

                                           कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जब सरकार की कृषि नीतियों की जानकारी दे रहे थे। उसी दौरान माइक भी टूट गया। जिसके कारण साउंड सिस्टम के लोग और अधिकारी गण काफी परेशान नजर आये। पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण साउन्ड सिस्टम संचालक मंच तक नहीं पहुंच सकता था। नतीजन सुरक्षा में तैनात जवान को ही टूटी माइक को ठीक करते देखा गया। यद्यपि भाषण के दौरान माइक अव्यवस्था को लेकर कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कुछ नहीं कहा…लेकिन लोगों को समझने में देर नहीें लगी कि धूप से परेशान कृषि मंत्री के चेहरे पर माइक टूटने की नाराजगी साफ दिखाई दे रही थी।

                         बहरहाल चर्चा है कि मंच बनाते समय वास्तु का ध्यान नहीं दिया गया। वास्तु दोष का असर किस पर पड़ेगा…फिलहाल रिजल्ट के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

किसानों के लिए बना शानदार डोम

                    जहां पूरे कार्यक्रम के दौरान अतिथि पसीना पोछते और कुर्सी खिसकाते नजर आए। वहीं दूसरे तरफ किसानों और जनसामान्य को बैठने के लिए जिला प्रशासन ने शानदार व्यवस्था की। विशालकाय दो डोम में करीब 37 हजार लोगों ने राहत के साथ मुख्यमंत्री को सुना। कूलर के बीच किसानों ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और कृषि मंत्री बृजमोहन के भाषण का आनंद लिया। पानी और बिजली की व्यवस्था की लोगों ने जमकर तारीफ की। यद्यपि मंच पर बैठे अतिथि पसीना पोछते रहे। लेकिन मजाल है कि डोम में बैठे किसी का एक बूंद पसीना निकला हो।

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