बिलासपुर— पुलिस ने साइबर अपराध के शातिर बदमाश को धर दबोचा है। आरोपी आन लाइन ठगी कर एक दिन में लाखों रूपयों का वारा न्यारा करता था। पुलिस की माने तो पकडा गया आरोपी फर्जी तरीके से नम्बर हासिल कर आम जनता से आन लाइन सम्पर्क करता था। खुद को बैंक अधिकारी बताकर एटीएम बंद होने की बात करता। लोग मुगालते में आकर अपना एटीएम कार्ड नम्बर के साथ पासवर्ड भी बता देते थे। इसके बाद खाता खाली हो जाता था। एडिश्नल एसपी ओपी शर्मा ने बताया कि इसके पहले भी बिलासपुर पुलिस ने भटिंडा पंजाब जाकर स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी मोहित गर्ग को पकडने का प्रयास किया । लेकिन सफलता नहीं मिली। तात्कालीन समय आरोपी के घर से फर्जीवाड़ा का सारा सामान जब्त किया गया था। अभियान के दौरान अन्य आरोपियों को झारखण्ड से गिरफ्तार किया गया था।
एडिश्नल एसपी ओपी शर्मा ने बताया कि साइबर सेल और पुलिस टीम के सहयोग से लोगों से आनलाइन ठगी करने वाले एक महत्वपूर्ण आरोपी को पकड़ा गया है। आरोपी पंजाब प्रांत के भठिंडा थाना रामपुराफूल का रहने वाला है। आरोपी का नाम मोहित कुमार गर्ग है। बिलासपुर पुलिस को आरोपी की लम्बे समय से तलाश थी।
मुखबिर की सूचना और साइबर सेल के प्रयास से जानकारी मिली कि आनलाइन ठगी का महत्वपूर्ण आरोपी इस समय बिलासपुर में है। पुलिस ने संयुक्त प्रयास से आरोपी मोहित कुमार गर्ग को धर दबोचा। पकड़े जाने के बाद मोहित साइबर नेक्सस का खुलासा किया।
ओपी शर्मा अनुसार पूछताछ के दौरान मोहित ने बताया कि वह झारखण्ड के जामताड़ा,देवघर,धनवाद,गिरीडी एटीएम गिरोह के साथ मुख्य सरगना कलीम के लिए काम करता है। वालेट के माध्यम से आई डी और पासवर्ड पता कर रकम निकालते हैं। अपना कमीशन काट कर बाकी रकम सरगना को या उसके आदमी को दिल्ली या कही अन्य स्थान पर बुलाकर देते हैं। मोहित ने यह भी जानकारी दी कि इस काम को वह 2015 से कर रहा है। उसने सौ अधिक लोगों का फर्जी सिम के सहारे शिकार किया है। बैंक अधिकारी बनकर लोगों से बैंक अकाउंट और ओटीपी हासिल कर ठगी की है।
पूछताछ के दौरान मोहित ने बताया कि वह पंजाव क्षेत्र में काम करता है। ठगी से हासिल रूपयों को कमीशन काटने के बाद बाकी बचे रूपयों को मुख्य सरगना कलीम के हवाले कर देता है। मोहित ने पुलिस को यह भी बताया कि ठगी से हासिल रूपयों को वह अपने नीचे काम करने वालों को भी देता है।
ओपी शर्मा ने जानकारी दी कि जून 2018 में बिलासपुर पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से मोहित और उसकी टीम को गिरफ्तार करने गयी थी। लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही पुलिस के पहुंचने से पहले ही मोहित गर्ग फरार हो चुका था। तात्कालीन समय उसके ठिकाने से पुलिस ने सीपीयू,पैन कार्ड,कीबोर्ड माउस, मोबाइल, सिम कार्ड,एयर पिस्टल, पासपोर्ट, एसबीआई, एलआईसी बांड पेपर , जमीन और फ्लैट खरीदने संबंधी दस्तावे बरामद किये थे।
पुलिस को आनलाइन ठगी मामले में रिजवान अंसारी पिता मकसूद अंसारी ग्राम अलगचुंआ पोस्ट सीतलपुर थाना कर्माताण्ड जिला जामताडा झारखण्ड को गिरप्तारी में सफलता मिली थी। यहा से भी पुलिस ने मोबाइल,पैन कार्ड, बोर्डिंग पास लाखों रूपए नगद बरामद किये थे। इसके अलावा झारखण्ड से ही पुलिस ने इजराईल अंसारी पिता अली मोहम्मद ग्राम अलगचुंआ पोस्ट सीतलपुर थाना कर्माताण्ड जिला जामताडा झारखण्ड को पकड़ा। आरोपी के पास से पुलिस को फर्जी दस्तावेज मिले। पुलिस ने आनलाइन ठगी मामले में पंजाब मण्डी से विशाल गोयल को भी धर दबोचा था।
ओपी शर्मा ने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान मोहित गर्ग ने जानकारी दी है कि आन लाइन ठगी का मुख्य सरगना कलीम एक दिन में तीन से चार लाख रूपए कमाता है। पूछताछ में मोहित गर्ग ने कलीम का पता ठिकाना भी बताया है। कलीम मोहल्ला अलगचुंआ अमराताण्ड का रहने वाला है। उसके साथ 100 से अधिक लोग आन लाइन ठगी का काम करते हैं। उसने अंकित गर्ग का भी नाम बताया है। अंकित गर्ग कलीम के लिए भठिंडा जिला के रामपुराफूल में काम करता है।
ओपी शर्मा ने यह भी बताया कि मोहित से हासिल जानकारी के अनुसार झारखण्ड के करमाताड़ निवासी ग्राम अलगचुआ कलीम असरफ के अलावा
अन्य लोगों से भी उसके संबंध हैं। जल्द ही आरोपियों को पकड़ने पुलिस की एक टीम पंजाव और झारखण्ड के लिए रवाना होगी।