रायपुर–जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ अध्यक्ष अजीत जोगी ने मुजफ्फरनगर में संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर आपत्ति जाहिर की है। जोगी ने कहा है कि सेना की क्षमता पर आलोचनात्मक टिप्पणी मनोबल गिराने वाली है। मोहन भागवत की सेना को हतोत्साहित करने वाली टिप्पणी जिसमें उन्होंने कहा है कि आर.एस.एस. के स्वयंसेवक केवल तीन दिन के अंदर युद्ध के लिये तैयार हो सकते हैं। भारतीय सेना के सैन्य कर्मियों को तैयार होने में छह-सात माह लग जाते हैं। भागवत का यह कथन अद्भुत और अकल्पनीय है।
जोगी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर आपत्ति की है। भागवत ने भारतीय सेना और जांबाज सैनिकों की क्षमता पर उंगली उठाई है, टिप्पणी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री प्रतिक्रिया का इंतजार है। जोगी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि भागवत को अतीत में झांककर देखने की जरूरत है। आजादी की लड़ाई में उन्होने क्यों भाग नहीं लिया जनता को बताना चाहिए।