रायपुर–पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कृषि मंत्री के बयान को खारिज करते हुए कहा है कि फसल चक्र परिवर्तन के क्रियान्वयन के संबंध में उन्होंने जो प्रयास किया उसका परिणाम दिखाई देने लगा है। जोगी ने राज्य के कृषि मंत्री के उस बयान पर जवाब दिया कि उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में किसानों से बलपूर्वक और जोर जबरदस्ती कर फसल चक्र परिवर्तित कराने का प्रयास किया गया था। भाजपा समझाईश देकर फसल चक्र परिवर्तन करा रही है।
जोगी ने कहा कि कृषि मंत्री का यह बयान पूर्णतः असत्य और गैर जिम्मेदाराना है। वास्तविकता तो यह है कि जब कांग्रेस के शासनकाल में फसल चक्र परिवर्तन का आव्हान किया तो तात्कालीन समय भाजपा के नेताओं ने उसका पुरजोर विरोध किया था। भाजपा छत्तीसगढ़ के किसानों का भला नहीं करना चाहती इसलिए उन्होंने इस संदर्भ में छत्तीसगढ़ के किसानों को दिग्भ्रमित करने की कोशिश की है।
जोगी ने कहा कि फसल चक्र परिवर्तन के लाभ का सफल उदाहरण कवर्धा जिले में भाजपा को देखना चाहिए। वहां के किसानों को कांग्रेस शासन काल में उनकी रजामंदी से धान के स्थान पर गन्ने की खेती करने के लिए प्रेरित किया गया था। कवर्धा के किसानों ने फसल चक्र परिवर्तन के महत्व को समझा और अपनाया।
वहां कांग्रेस सरकार ने शक्कर का कारखाना रिकार्ड समय में स्थापित किया जिसके कारण वहां के किसान गन्ना बेचकर धान की अपेक्षा कई गुना अधिक आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। भाजपा को अब मजबूरन कांग्रेस की नीतियों को अपनाना पड़ रहा है अब विवश होकर फसल चक्र परिवर्तन की बात कर रहे हैं। उन्हें कवर्धा के फसल प्रयोग से सबक लेना चाहिए। यथासंभव किसानों की खुशहाली के लिए फसल चक्र परिवर्तन को लागू करना चाहिए।