बिलासपुर— पीसीसी चीप बनने के बाद पहली बार मोहन मरकाम एक दिन प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद मोहन मरकाम पत्रकारों से बातचीत की। उन्होने कहा कि संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत किया जाएगा। हम अति आत्मविश्वास की वजह से लोकसभा चुनाव हारे हैं। हम शराब बन्दी के पक्षधर हैं। इस दिशा में सरकार लगातार काम भी कर रही है। मैं प्रदेश के सभी जिलों का दौरे पर हूं। संगठन को नए सिरे से चुस्त दुरूस्त करूंगा।
लोकसभा ही नहीं बल्कि विधानसभा में भी बिलासपुर से कांग्रेस को करारी हार मिली है….इसकी वजह क्या संगठन को जाता है। सवाल के जवाब में मरकाम ने कहा कि पुराने अनुभव को ध्यान में रखते हुए संगठन को मजबूत करेंगे। मरकाम ने बताया कि संगठन अपना रोडमैप तैयार कर रहा है। रोडमैप कुछ ऐसा होगा कि प्रदेश में कांग्रेस की बीस तक सरकार बने। इसके लिए संगठन से ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जो़ड़ा जाएगा। सदस्यता अभियान लगातार चलाया जा रहा है। महिलाओं को भी संगठन में भरपूर स्थान दिया जाएगा।
लोकसभा में करारी हार के बाद कांग्रेस नेता अभी भी कुछ नहीं सीखे हैं। नेताओं के आगे पीछे चलने वालों को तवज्जो दी जा रही है। क्या इन्ही नेताओं के दम पर निकाय का चुनाव लड़ा जाएगा। मोहन मरकाम ने बताया कि मेैने स्पष्ट निर्देश दिया है कि मेरे या मुख्यमंत्री के आगे पीछे चलकर कुछ हासिल नहीं होगा। जो काम करेगा उसे ही महत्व दिया जाएगा।
भूपेश ने संगठन को झाड़फूंक कर खड़ा किया..कांग्रेस की सरकार बन गयी। ध्यान नहीं दिया गया…लोकसभा में हार मिली। आपने अभी तक अपना संगठन तैयार नहीं किया। मरकाम ने बताया कि हमारा संगठन काम कर रहा है। लोकसभा में हार की मुख्य वजह भाजपाइयों का प्रोपेगन्डा और हमारा अतिआत्मविश्वास था। लेकिन हम अब जमीन पर खड़े हैं। अध्यक्ष होने के नाते हार के साथ संगठन में कमी की जिम्मेदारी को स्वीकार करता हूं। जरूरत के अनुसार संगठन में बदलाव भी करूंगा। निकाय चुनाव में जीत भी मिलेगी।
निकाय चुनाव संगठन के दम पर लड़ा जाएगा या फिर सरकार की उपलब्धियों पर…मोहन मरकाम ने बताया कि सवाल को टालते हुए कहा कि हम संगठन को मजबूत करते हुए सरकार नीतियों और योजनाओं को जनता के सामने रखेंगे। निकाय चुनाव में शानदार जीत हासिल करेंगे।
व्यक्तिगत तौर पर आप शराब बन्दी के पक्षधर हैं…मरकाम ने बताया कि शराबबन्दी होगी। सरकार ने जनघोषणा पत्र में कुल 36 में से आधे से अधिक वादों को पूरा कर दिया है। शराब बन्दी को लेकर तीन समितियों का गठन किया गया है। समितियां रिपोर्ट करेंगी। इसके बाद फैसला लिया जाएगा। मैं व्यक्तिगत तौर पर भी शराबबन्दी का हिमायती हूं। मरकाम ने बताया कि जहां गुजरात और बिहारी में भी शराब बन्दी है। लेकिन शराब बिक रही है। मोदी का गुजरात मॉडल पूरी तरह से असफल है। वहां चालिस प्रतिशत लोग कुपोषण के शिकार हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में मोहन मरकाम ने बताया कि भाजपा मजहबी पार्टी है। धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम कर रही है। कांग्रेस पार्टी 134 करोड जनता के साथ है। पार्टी मे मजहब का कोई स्थान नहीं है।