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नई दिल्ली- भारतीय स्टेट बैंक, एसबीआई कई सेवाओं के साथ बचत खाता, सावधि जमा (एफडी) खाता, बचत प्लस खाता जैसे कई खातों की सेवा प्रदान करता है. एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in के अनुसार एसबीआई का बचत प्लस खाता एक प्रकार का बचत बैंक खाता है जो बहु विकल्प जमा (एमओडी) खाते से जुड़ा होता है.एसबीआई बचत प्लस खाते में जमा रुपये निर्धारित रकम के बाद अपने आप सावधि जमा (एफडी) में ट्रांसफर हो जाते हैं. ये 1,000 रुपये जैसी पूर्ण संख्या में ट्रांसफर किए जाते हैं.– एसबीआई का बचत खाता किसी भी व्यक्ति द्वारा खोला जा सकता है जो बचत बैंक खाता खोलने के लिए योग्य है.सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
एसबीआई के अनुसार ऑपरेशन का तरीका एकल, संयुक्त या दोनों के साथ हो सकता है.
– एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार इसमें रकम जमा की अवधि 1-5 वर्ष है.
– एसबीआई के सेविंग्स प्लस अकाउंट की ब्याज दर एसबीआई के बचत बैंक खाते की तहर ही लागू होती है. वर्तमान में एसबीआई 1 करोड़ रुपये तक की शेष राशि पर 3.5 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है. ऋणदाता 1 करोड़ से ऊपर की जमा पर 4 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है.
– एसबीआई के बचत प्लस खाते में मासिक औसत न्यूनतम रकम होना अनिवार्य है. यानि कि महीने के आखिर में खाते में कितनी रकम बची और महीने के कितने दिन थे उन दोनों का औसत निकाल कर जो रकम बनती है वो संख्या महीने के अंत में खाते में होनी चाहिए.
– खाते में महीने के अंत में 25,000 रुपये से ज्यादा की जो रकम होगी वो एफडी में ट्रांसफर कर दी जाएगी. इसमें कम से कम 10,00 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे और ये 1000 रुपये जैसी पूर्ण संख्या में होगा. उदाहरण के लिए ये 10,000 या 11,000 रुपये हो सकता है लेकिन 10,303 या इस तरह की अधूरी रकम नहीं.
– इसका मतलब ये है कि खाते में कम से कम 35,000 रुपये होने चाहिए ताकी एफडी में ट्रांसफर होने के लिए न्यूनतम 10,000 रुपये और खाते में छोड़ने के लिए न्यूनतम 25,000 रुपये हों.