रायपुर– प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेश बघेल की अगुवाई में कांग्रेसियों ने चिटफंड एंजेंटों और निवेशकों के साथ विधानसभा का घेराव किया। घेराव के दौरान कांग्रेसियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि अभिकर्ताओं और चिटफंड के निवेशकों को जगह जगह रोकने का प्रयास किया गया। लोकल ट्रेन को जानबूझकर रद्द किया गया। बसों और निजी वाहनों से पहुचने वालो को बैरिकेट लगाकर रोका गया है।
Join Our WhatsApp Group Join Now
रायपुर शहर कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस की चाक चौबन्द व्यवस्था के बावजूद हजारो की संख्या में निवेशक एअभिकर्ता विधान सभा के पास सकरी गांव एवं धरना स्थल बूढ़ापारा पहुंचे ।सकरी में भूपेश बघेल के नेतृत्व में विधानसभा का घेराव किया। धरना को शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने भी समर्थन किया।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों के साथ निवेशक और अभिकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधान सभा पहुंचने से पहले जिला और पुलिस प्रशासन ने आकाशवाणी चौक के पास सभी को रोक लिया। पुलिस कार्यवाही से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता और निवेशकों ने सड़क पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बैरिकेट लांघने की कोशिश करते कांग्रेस कार्यकर्ताओ पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया।
विधानसभा जाने की जिद में अड़े प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन को पुलिस ने कार्यकर्ताओ और चिटफंड अभिकर्ताओं को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेज दिया। बाद में सभी लोगो को निःशर्त रिहा कर दिया गया।
पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने बताया कि चिटफंड कम्पनियो का उदघाटन सरकार के मंत्रियो ने किया। इसलिए कम्पनियो के साथ वे लोग भी उतने ही दोषी है जितना चिटफंड कंपनी के मालिक।
शहर अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने बताया कि विधान सभा में सबूत मांगने वाले लोक निर्माण मंत्री को पुख्ता सबूत दिया गया है। अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।