बिलासपुर— सोनलोहर्सी स्थित गौठान से 25 गायों की मौत की गूंज मंत्रालय तक पहुंच चुकी है। पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है। 25 गायों की मौत दुखद है। गौठान निर्माण और प्रबंधन की जिम्मेदारी तय की जाएगी। मामले में रिपोर्ट मांगेगे। पंचायत मंत्री ने सीजी वाल को बताया कि पता लगाया जाएगा कि गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार कौन है।
25 गायों की मौत की गूंज रायपुर मंत्रालय तक पहुंच चुकी है। टीएस सिंहदेव ने गायों की मौत को दुखद और गंभीर बताया है। उन्होने सीजी वाल से बातचीत में बताया कि लापरवाही के लिए कोई तो जिम्मेदार होगा ही। पंचायत मंत्री ने बताया कि नरवा घुरवा गरवा बारी योजना सामुहिक प्रयास से ही सफल होगा। खासकर गौठान योजना में शासन के मार्गदर्शन में सामाजिक सहयोग की बहुत जरूरत है। बिना सामाजिक सहयोग से योजना की सफलता की कल्पना ठीक नहीं होगी।
टीएस सिंंहदेव ने कहा कि सच है कि गौठान की व्यवस्था रात्रि के लिए नहीं है। शासन ने गौठान योजना समाज की पुरानी परम्पराओं को ध्यान में रखकर तैयार किया है। गौठान में चारा,पानी और छाया की व्यवस्था होगी। गांव के मवेशी गौठान पहुंचकर व्यवस्था का हिस्सा बनेगे। शाम को सभी मवेशी मालिक के घर लौटेंगे। जबरदस्ती ताला के अन्दर मवेशियों को नहीं रखा जाएगा। दरअसल गौठान ग्रामीण सामाजिक जीवन का अटूट हिस्सा है। जैसे हम चरवाहा को पारिश्रमिक देकर गायों को चराने की जिम्मेदारी देते हैं। इसी तरह गौठान योजना में भी जनमानस से सहयोग की दरकार है।
मंत्री ने बताया कि गौठान संचालन के लिए दस सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा। जिम्मेदार लोगों को समिति में रखे जाएंगे। पशुधन के जिम्मेदार लोगों से गौठान संचालन में सहयोग भी लिया जाएगा। शासन स्तर पर 10 हजार रूपये महीने की व्यवस्था होगी। गौठान में नियुक्त कर्मचारी को संरक्षण के बदले पारिश्रमिक दिया जाएगा।
टीएस ने दुहराया कि गौठान संचालन के लिेए हर हालत में सामाजिक सहयोग की जरूरत होगी। पशुओं को चारा पानी और छाया की व्यवस्था मिलकर ही संभव होगा। बहरहाल पता लगाएंगे कि पशुओं को बाहर गांव से लाकर गौठान में क्यो रखा गया। इसकी जरूरत क्यों हुई। ऐसा किसने किया… तमाम बातों को ध्यान में रखकर रिपोर्ट मंगाएंगे। जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। टीएस सिंहदेव ने बताया कि सोनलोहर्सी में गौठान है..इस बात सेे कोई भी इंकार नहीं कर सकता है।