रायपुर—पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने केन्द्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली के एन.जे.ए.सी. पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दिय़े गए बयान को गैर वाजिब बताया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बयानवाजी उनकी संकुचित सोच को जाहिर करता है। ऐसे बयान सुप्रीम कोर्ट की अवमानना की श्रेणी में आतें हैं। जोगी ने कहा कि ऐसा लगता है कि जेटली जजों की नियुक्ति में सत्ता की दखलन्दाजी के पक्षधर हैं।
जोगी ने बताया कि संवैधानिक फैसले से मानों उनकी मुट्ठी से रेत फिसल गई हो। बौखलाहट में वह अदालत की अवमानना जैसा अपराध कर बैठे हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नुक्ताचीनी कर अरूण जेटली कोर्ट की अवमानना की अड़दब में आ चुके हैं। फेसबुक पर लिखे लेख को निजी विचार बताकर अवमानना के अपराध से पल्ला झाड़ना चाहते हैं। लेकिन अब तीर कमान से निकल चुका है। अब तो उन्हें अवमानना के सुप्रीम कोर्ट में उठाये जाने वाले कदम का सामना करना पड़ेगा। जेटली को अति उत्साह और आवेश में आकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बेतुकी टिप्पणी करने का भुगतान तो भुगतना ही पड़ेगा।
जोगी ने कहा है कि वित्त मंत्री अरूण जेटली एक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। केन्द्रीय मंत्रीमंडल के वरिष्ठ सदस्य होने के नाते उन्हें अदालती फैसले पर टिप्पणी करने से बेहतर होता कि वह संयमित भाषा का प्रयोग करते।