मजदूरों के साथ भेदभाव…कांग्रेसियों ने बताया..टीफिन बांटने वालों से प्रदेश की जनता सावधान…

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कांग्रेसियों ने प्रदेश भाजपा सरकार पर चुनाव नजदीक आते ही जनता को आधे अधूरे प्रलोभन देकर वोट हथियाने का आरोप लगाया है। कांग्रेसियों ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि जनता 15 सालों के कुशासन और भ्रष्टाचार,से परेशान है । लेकिन अब झांसे में नहीं आने वाली है।

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                                         प्रेस नोट में प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव,ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी , शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ,प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय,शैलेश पांडेय और नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरुद्दीन ने कहा कि सरकार ने 10 लाख मनरेगा जॉब कार्ड धारक परिवार को टिफिन देने की घोषणा की है। बाकी परिवार के साथ धोखा है। वोट पाने के लिए भेदभाव पूर्ण निर्णय छत्तीसगढ़ के मनरेगा जॉब कार्ड धारक परिवारो के साथ हो रहा है । प्रजातन्त्र में “सम भाव सम नजरिया ” से ही गरीब परिवारों का भला हो सकता है। छत्तीसगढ़ में कुल 18 लाख परिवार मनरेगा जॉब कार्ड धारक है ।

                          नियमित 30 दिन तक काम किये है उन्हें 275 रुपये की टिफिन देना हास्यास्पद है। छत्तीसगढ़ सरकार ने मनरेगा में नियमित रोजगार देने में असफल रही है। जहां काम हुआ वहां मजदूरी नही मिली । ऐसी स्थिति में गरीब मजदूर कैसे मजदूरी कर सकता है। सरकार से मांग है कि मुख्यमंत्री उदारता दिखाते हुए सभी 18 लाख जॉब कार्ड धारक परिवारों को टिफिन देकर भेदभाव से बचें।

             कांग्रेसियों ने सन्देह जाहिर करते हुए कहा कि फसल बीमा योजना की तरह ही अधिक लाभ राजनांदगांव के मजदूरों को दिया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि काला धन का 15-15 लाख रुपये प्रत्येक के खाते में डाला जाएगा। लेकिन दावा को परवान चढ़ते नहीं देखा गया। यदि कालाधन 15-15 लाख रूपए मिल जाता तो गरीबों को टिफिन बांटने की जरूरत नहीं पड़ती। कांग्रेसियों ने कहा कि चुनाव के समय टिफिन में मुख्यमंत्री की फोटो प्रिंट कराना भाजपा की हार और हताशा को जाहिर करता है।

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