बिलासपुर—– छत्तीसगढ़ हमाल मजदूर संघ प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश मुखिया को पत्र लिखकर कोरोना के खिलाफ उठाए गए कदमों पर संतोष जाहिर किया है। साथ ही हमाल मजदूरों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता भी जाहिर की है। ईश्वर चंदेल ने अपने पत्र में लिखा है कि चूंकि मजदूरों के कंधों पर कार्य का बोझ बढ़ गया है। लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है। चूंकि मजदूर और हमालों ने देश की सेवा में अपने आप को झोंक दिया है। ऐसी सूरत में सभी मजदूरों और हमालों के बीच सेनेटाइजर,मास्क और ग्लब्स का वितरण किया जाना बहुत जरूरी है। इसके अलावा इन गरीबों का बीमा कराया जाना अति आवश्यक है।
छत्तीसगढ़ हमाल मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर सिंह चंदेल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कामगारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। पत्र में मजदूर नेता ने कहा है कि कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए सरकार की तरफ से अभी तक उठाए गए सभी कदम स्वागत के योग्य है।राष्ट्रीय आपदा को देखते हुए सरकार ने आम जनता के हित में कई कारगर कदम उठाएं हैं। सभी नागरिकों के लिए निशुल्क राशन व्यवस्था समेत अतिरिक्त मेडिकल सेवा का एलान किया गया है। संवेदनशील मुख्यमंत्री ने आपदा में तैनात कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन भत्ता की घोषणा की है। लेकिन पीडीएस में में कार्य करने वाले हमाल और मजदूरों की तरफ ध्यान नहीं दिया गया है। यह जानते हुए भी कि हमाल और मजदूर पीडीएस सिस्टम के रीढ़ है।
चंदेल ने बताया कि कलेक्टर और खाद्य अधिकारियों ने कामगारों को निर्देश दिया है कि उन्हें तीस दिन और पूरे समय खाद्य गोदामों में मौजूद रहना है। शासन ने जरूरतमंदों के बीच दो माह का राशन देने का एलान किया है। जाहिर सी बात है कि कामगारों के कंधों पर दो गुना काम का बोझ हो गया है। बावजूद इसके सभी हमाल और मजदूर शासन के आदेश का पालन कर बेस डिपो में तैनात हो गए हैं।
चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री बहुत संवेदनशील है। ऐसी सूरत में उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम, राज्य भण्डार गृह चैयरमैन, को निर्देश देना चाहिए कि आपदा के समय तैनात सभी कामगारों के जीवन को गंभीरता से लिया जाए। मजदूरों,हमालों के बीच सेनेटाइजर,मास्क और ग्लब्स का वितरण किया जाए। चूंकि वर्क लोड दो गुना हो गया है। इसलिए कामगारों की मजदूरी को बढ़ाकर पांच सौ रूपए किया जाए।
चंदेल ने कहा कि प्रदेश के सभी बेस डिपो में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लोडिंग-अनलोडिंग कार्य में तैनात हमालों को कम से कम 50 लाख रूपए का बीमा भी कराया जाए। ताकि मजदूर इस विषम परिस्थिति में बिना चिंता देश की सेवा कर सकें।