बिलासपुर—दो दिन की मुसलाधार बारिश के बाद प्रशासन की सक्रियता बढ़ गयी है। काफी फजीहत के बाद निगम प्रशासन को अब सफाई और नाला नाली और सड़कों की याद आई है। महापौर के अनुसार मुसलाधार बारिश से बड़े-बडे महानगर जब परेशान हो सकते हैं। तो बिलासपुर में पानी भरना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। बावजूद इसके बारिश से निपटने का उन्होने दावा किया है।
दो दिन की बारिश ने बिलासपुर निगम व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी। महापौर का दावा है कि जब महानगर डूब सकते हैं तो बिलासपुर के साथ ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। महापौर का सीजी वाल को दिया गया यह बयान बदहाल सड़कों और बजबजाती नालियों के बीच तालमेल बैठता दिखाई नहीं देता है। जो तस्वीर सीजी वाल पर दिखाई दे रही है यह कहीं दूर दराज के इलाकों का नहीं है। बल्कि विकास भवन से कुछ दूरी पर स्थिति उसी सिंधी कालोनी की है जहां दो दिन पहले घुटने के ऊपर तक पानी बह रहा था।
आज दोपहर हुई झमाझम बारिश ने एक बार फिर महापौर के दावों की पोल खुल गयी है। इस फोटो को देखकर यह तो कहा ही जा सकता है कि शहर की नालियां केवल कागजों और महापौर के नजर में ही यह सफाई व्यवस्था है। सीजी वाल को दिए गए बयान में महापौर ने कहा कि अभी तक की जानकारी के अनुसार शहर का कोई भी क्षेत्र डूबान में नहीं है। यदि हमें इसकी जानकारी मिलती है तो हम उसके लिए तैयार हैं। महापौर ने बताया कि बरसात के पहले ही हमने ठेके पर शहर की तमाम सफाई व्यवस्था को दुरूस्त कर लिया है। अगर इस बीच एक दो क्षेत्र छूट गए होंगे तो यह अलग बात है।
महापौर किशोर राय ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर विपक्ष हमेशा हंगामा करता है लेकिन मेरी जानकारी में हंगामा करने लायक कुछ भी नहीं है।
दुरूस्त है सफाई व्यवस्था
कांग्रेस का काम हंगामा करना है। वह यह काम अच्छी तरह से कर रही है। हम भी अपना काम पूरी मुस्तैदी के साथ कर रहे हैं। मानसून के पहले ही सफाई व्यवस्था को दुरूस्त कर लिया गया था। जब-बड़े महानगर बारिश के समय घुटनों तक भर जाता है तो फिर बिलासपुर में ऐसा हो गया तो इसमें आश्चर्य की क्या बात है। कांग्रेस का काम चिल्लाना है। व्यवस्था में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।
किशोर राय महापौर.नगर निगम बिलासपुर
नगर को भाजपा ने किया चौपट
भाजपा ने बिलासपुर को चौपट कर दिया है। सफाई व्यवस्था कहां हुई, महापौर आकर बताएं। आज तक सामान्य सभा की बैठक तक नहीं हुई। ऐसे में उन्हें कैसे पता होगा कि समस्या कहां हुई है और कहां नहीं हुई है। दो दिन की बारिश ने बिलासपुर के जनजीवन को झकझोर कर रख दिया। बावजूद इसके महापौर का अपनी गलती ना मानना समझ से परे है। यह कहना कि बड़े-बड़े महानगरों में पानी भरता ही है तो हमारा कहना है कि वे भी जाकर दिल्ली,मुम्बई या अन्य बड़े महानगरों में जाकर रहें। हमको अपने बिलासपुर की चिन्ता है इसलिए यहां के लोगों के लिए जीते हैं और मरते भी हैं।
शैलेन्द्र जायसवाल…प्रवक्ता निगम कांग्रेस पार्षद दल