महामहिम के हाथों युगदृष्टा अर्जुन का सम्मान

BHASKAR MISHRA
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photo(1)बिलासपुर— राष्ट्रपति भवन में ’’एट होम’’ कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में कार्यरत सिनीयर मैनेेजर आर.के. सिंह के पिता स्वतंत्रता सेनानी अर्जुन प्रसाद सिंह को सम्मानित किया। अर्जुन सिंह महात्मा गांधी के करो या मरो आन्दोलन में 16 साल की उम्र में पढ़ाई लिखाई छोड़कर देश की आजादी में कूद गए थे। ब्रिटिश हुकूमत ने उन्हें 6 महीने तक बेगुसराय जेल में बंद किया था।

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                                राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने बिलासपुर एसईसीएळ में सिनियर मैनेजर पद कार्यरत आर.के.सिंह के पिता वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी अर्जुन सिंह को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया है।

                                 मुंगेर जिला वर्तमान में बेगुसराय में जन्मे अर्जुन सिंह महात्मा गाधी के आह्रवान पर जन नायक केसरी बाबू की अगुवाई में पढ़ाई लिखाई छोड़कर करो या मरो आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। उस समय अर्जुन सिंह कक्षा 9 के छात्र थे। अर्जुन सिंह को ब्रिटिश हुकुमत ने बेगुसराय जेल में पर्चा फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया। तात्कालीन ब्रिटिश अधिकारी ने सिंह को माफी मांगने को कहा लेकिन उन्होने ऐसा नहीं करते हुए भारत माता के जयकारे लगाए। नाराज ब्रिटिश हुुुकुममत ने उन्हें 6 महीने तक बेगुसराय जेल भेज दिया।

                        आजादी के पहले और बाद तक अर्जुन सिंह ने महसूस किया कि शिक्षा के बिना स्वतंत्रता का कोई औचित्य नहीं है। इसलिए उन्होने किसी दूसरे पेशे को चुनने के बजाए शिक्षक बन गए। बिहार में शिक्षकों की दुर्दशा को देखते हुए उन्होने शिक्षक आन्दोलन में हिस्सा लिया। लगातार तीन बार बिहार शिक्षक संघ के मुजफ्फर जिला अध्यक्ष बने।  बिहार के निजी विद्यालयों का सरकारीकरण करवाने में उन्होने सक्रिय रूप से काम किया। शिक्षकों के सम्मान को भी स्थापित किया।

           बिहार में विद्यालयीन और महाविद्यालयीन शिक्षा के विकास में अर्जुन प्रसाद सिंह का सक्रिय योगदान रहा है। उन्होने विभिन्न सामाजिक, धार्मिक कार्यों में निर्णायक भूमिका का निर्वहन किया। अर्जुन प्रसाद सिंह का सम्पूर्ण जीवन संघर्ष गाथा जीवटता की अनूठी मिसाल है ।

                        आजादी के 70 वर्ष बाद ’’करो या मरो’’ आन्दोलन की 75वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 91 वर्ष की आयु में महान स्वतंत्रता सेनानी अर्जुन सिह को अविस्मरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया।

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