महाराष्ट्र के गढ़चिरौली मे नक्सलियो ने किया IED ब्लास्ट,धमाके में 15 जवान शहीद

Shri Mi
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गढ़चिरौली-
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक पुलिस वाहन पर नक्सलियों द्वारा आईईडी ब्लास्ट किया गया है. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों द्वारा किए गए एक आईईडी विस्फोट में 15 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं. शुरुआती खबरों में 15 जवानों के घायल होने की खबर था. अब उनके शहीद होने की खबरें आ गई हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी 15 जवान शहीद हो गए हैं.महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में नक्सलियों ने एक पुलिस पेट्रोलिंग वाहन पर हमला किया.

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इसमें 16 पेट्रोलिंग सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में विस्फोट स्थल पर पुलिस और नक्सलियों के बीच काफी देर तक मुठभेड़ चली. दोनों ओर से गोलीबारी हो रही थी. जिस वाहन को निशाना बनाया गया था, वह पुलिस के कुर्खेड़ा क्विक रिस्पांस टीम के 16 सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहा था और स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह विस्फोट जंबोरखेड़ा और लेंधरी के बीच हुआ.सीजीवालडॉटकॉम के Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

इससे पहले लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में CRPF की पेट्रोलिंग टीम पर नक्सलियों ने हमला किया था. नक्सलियों द्वारा CRPF की पेट्रोलिंग टीम पर किए गए IED ब्लास्ट की चपेट में कई जवान आए थे.

मालूम हो कि मंगलवार देर रात नक्सलियों ने ही गढ़चिरौली जिले के कुरखेड़ा इलाके में निर्माण कार्यों में लगीं 27 सरकारी गाड़ियों में आग लगा दी जिसमें सभी गाड़ियां नष्ट हो गईं. यह घटना सुबह उस वक्त घटी जब राज्य में स्थापना दिवस ‘महाराष्ट्र दिवस’ मनाने की तैयारी की जा रही थी. वहीं बुधवार को नक्सली भी पिछले साल 22 अप्रैल के दिन सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए अपने 40 साथियों की मौत की पहली बरसी मनाने के लिए एक सप्ताह से चल रहे विरोध प्रदर्शन के अंतिम चरण में थे.

लोकसभा चुनाव के पहले चरण से पहले गढ़चिरौली के नक्सल प्रभावित जिले में सीआरपीएफ कर्मियों और नक्सलियों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी. इस साल जनवरी में, नक्सलियों ने यहां के कुरखेड़ा, कोच्चि और पोटका के गांवों में वाहनों को आग लगा दी थी. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाके में अक्सर नक्सली वारदात की खबरें आती हैं जहां जवानों और निर्दोष लोग माओवादियों का शिकार होते हैं. गढ़चिरौली से छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना की सीमा मिलती है और ये पूरा इलाका नक्सल प्रभावित है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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