महिला सरपंच का बड़ा कारनामा..हरे भरे जंगल पर चलवा दी कुल्हाड़ी.. नायब तहसीलदार ने कहा..होगी जांच

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पर्यावरण और जंगल माफियों के बीच 36 का आंकड़ा जग जाहिर है। इसके अलावा वन विभाग की उदासीनता भी किसी से छिपी नहीं है। यद्यपि  वन विभाग के साल के एक विशेष महीने सरकार का पौधे लगाओ और पर्यावरण बचाओ अभियान भी चलता है। लेकिन हर बार पर्यवारण के दुश्मनों के सामने अभियान दम तोड़ देता है। कोरोना काल में एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है। गांव के जनप्रतिनिधि ने खुलेआम सरकारी भूमि पर काबिज हरियाली को बेदखल कर दिया है। मतलब गांव सरपंच ने हरे-भरे पौधों की अधाधुंध कटाई कर सरकार के हरियर छत्तीसगढ़ अभियान को ठेंगा दिखाया है।
 
             मस्तूरी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बरेली में सरपंच शीतला बाई को लोगों ने अब हरियाली के दुश्मन नाम जानते हैं। दरअसल शीतला बाई ने पद का दुरुपयोग करते हुए  दैहानपारा स्थित 5 एकड़ की शासकीय भूमि में गे 150 से अधिक परसा के हरे-भरे पेड़ो का कत्ल कर दिया है। इतना ही नहीं बिना जंगल विभाग को सूचना दिए शीतलाबाई ने पेड़ो की नीलामी भी कर दी है। वही अब हरे भड़े पेड़ों को कट जाने के बाद स्थानीय लोगों भयंकर आक्रोश है।
 
   नए पंचायत का बड़ा कारनामा
 
         बताते चलें कि बरेली ग्राम पंचायत का जन्म  अभी कुछ महीने पहले ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले हुआ है। चुनाव के पहले मस्तूरी विकासखण्ड में बरेली को मिलाकर कुल पांच नए पंचायतों का गठन किया गया। पहले यह गांव कौव्वाताल पंचायत में था। बरेली  पंचायत बनने के बाद शीतला बाई सिदार यहां की पहली सरपंच बनी। सरपंच पद पाने के मात्र चार महीने के अन्दर ही पद की धमक दिखाते हुए सरकारी जमीन के पेड़ों को कटवा दिया। घटना के बाद लोगों मं भयंकर आक्रोश है। वहीं शीतला बाई ने पेड़ काटे जाने के मामले में खुद को पाक साफ बताया है।
 
बेजाकब्जा से बचाने निगरानी समिति ने कटवाए पेड़
 
                      पेड़ काटे जाने के सवाल पर सरपंच शीतला बाई ने पेड़ काटे जाने में अपनी भूमिका का होने से इंकार किया है। शीतला बाई ने बताया कि पेड़ जाने में उनकी कोई भूमिका नहीं है। गांव के निगरानी समिति के लोगों ने पेड़ कटवाएं है। गांव के लोग बेजाकब्जा करना चाहते हैं। इसलिए जमीन को सुरक्षित रखने निगरानी समित के लोगों ने पेड़ो को कटवा दिया है। लोगों से बचाने अब जमीन को फैंसिंग तार से घेरा जाएगा।
 
जानकारी मंगायी जाएगी…संध्या नामदेव,नायब तहसीलदार सीपत
 
                           बरेली ग्राम पंचायत में एकड़ों जमीन से परसा पेड़ को काट दिया गया। लेकिन इस बात की जानकारी तहसीलदार को नहीं है। तहसीलदार संध्या नामदेव ने बताया कि
बरेली के सरकारी भूमि से पेड़ो के अवैध कटाई की जानकारी उन्हें नहीं है। मामले की जानकारी पटवारी से लेगें। यदि पेड़ों की कटाई की जानकारी सही पायी गयी तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही की अनुसंशा की जाएगी।
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