महिला SDM का एसडीओपी पर गंभीर आरोप..कलेक्टर को लिखा पत्र..पुलिस अधिकारी की मानसिकता गंदी..FIR दर्ज कराने चाहिए अनुमति

BHASKAR MISHRA
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बलरामपुर—- वाड्रफनगर महिला एसडीएम ने एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल पर निजता, लज्जा भंग और मर्यादा को ठेस पहुंचाने का गंभीर आरोप लगाया है। महिला एसडीएम ने मामले की शिकायत कलेक्टर से  की है। शिकायत पत्र में लिखा है कि एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल पुरूष मानसिकता से पीड़ित हैं। महिला को लेकर उनकी नीयत ठीक नहीं है। उन्होने मुझे मातहत अधिकारियों के सामने ना केवल मर्यादाहीन टिप्पणी की है। बल्कि काम में असयोग करते हुए देख लेने की धमकी भी दी है। इसके अलावा उन्होने जब तब सबके सामने निजता और स्वाभिमान पर चोट किया है। मामले की जानकारी कई बार आपसे भी की लेकिन कार्रवाई नहीं होने से पुलिस अधिकारी ध्रुवेश जायसवाल अपनी आदतों से बाज नहीं आया। है। –

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जूनियर है..जूनियर की तरह रह

                 महिला अधिकारी ज्योति के अनुसार 17 फरवरी से वाड्रफनगर में एसडीएम के पद पर हूं। पदस्थापना के बाद एक बैठक में शामिल होने एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल को फोन किया। उन्होने ना तो फोन उठाया और ना ही बैठक में भाग लिया। इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर कोविड-19 की बैठक के लिए एसडीओपी को फोन किया। इस बार भी उन्होने फोन नही उठाया। बल्कि अलग नम्बर से काल कर वरिष्ठता का रौब दिखाया। और बदतमीजी भी की। उन्होने कहा कि तेरे को देख लुंगा। जूनियर है..जूनियर की तरह रह।
                   

कोरोना संदेहियों नहीं कराया जांच..व्हीआईपी ट्रीटमेन्ट

                           महिला अधिकारी ने कहा कि शासन के आदेश पर कोविड हास्पिटल निरीक्षण के लिए एसडीओपी को फोन किया। उन्होने फिर बदतमीजी से बात की। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग मेरे हिसाब से चलता है..ना की तेरे हिसाब से। और वह निरीक्षण करने नहीं गए।

                             धनवार क्षेत्र छत्तीसगढ़ उत्तरप्रदेश का बार्डर है। सूचना मिली कि दो अंजान व्यक्ति छत्तीसगढ़ में प्रवेश किए है। जिनका चिकितसकीय जांच कराए बिना एसडीओपी ने पीडब्लूडी गेस्ट में रूकवाया। उन्होने मुझे इसकी जानकारी नहीं दी। नतीजन मुझे कलेक्टर को बताना पड़ा। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि समन्वय से काम करें। लेकिन एसडीओपी अपनी आदतों से बाज नहीं आया।

किया गया निजता का उल्लंघन

                महिला एसडीएम के अनुसार 22 अप्रैल 2020 को फील्ड से लौोटकर पीडबलूडी गेस्ट हाउस गयी।  पाया कि जिस कमरे में रूकी है..उसका दरवाजा खुला हुआ है। अन्दर एक सज्जन हाफ पैन्ट पहनकर बैठे हैं। मुझे काफी शर्मिन्दा होना पड़ा। बाहर आकर राजस्व अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की। मैने यह भी पूछा बन्द कमरे का ताला किसने खोला। यह जानते हुए भी कि मैं यहा रूकी हुई हूं। राजस्व अधिकारियों ने बताया कि एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने किसी को रूकवाया है। मैने रूम खाली करने कराने का कहा। क्योंकि मुझे उस समय वाशरूम जाना था।

आईपीएस को अंधेरे में रखा

            इस बीच कमरे में रूके व्यक्ति ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन तनाव में होने के कारण बात करना उचित नहीं समी। और फिर मैं कमरे के अन्दर गयी। वाशरूम उपयोग करने के बाद जैसे ही बैठी.उसी समय दरवाजे खटखटाए बिना एसडीओपी ध्रुवेश जायसवुाल अन्दर आ गए। उन्होने सबके सामने गाली गलौच के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया।  धमकी देते हुए कहा कि मेरे आदमी को कमरे से निकालने वाली कौन  होती है। तेरी औकात क्या  है…यहा तूं कब तक एसडीएम रहती है। तेरे को ना केवल बदनाम करूंगा बल्कि घसीटूगा भी। इसके बाद एसडीओपी सज्जन को वन विभाग के गेस्ट हाउस चले गए। बाद में जानकारी मिली कि वह सज्जन आईपीएस है। मैने शाम को जाकर उनसे माफी मांगी। उन्होने भी इसे हल्के में लिया। हमने साथ में खाना भी खाया।

            इस दौरान  माफी मांगते समय ध्रुवेश भी मौजूद थे। उन्होने इस दौरान भी बदतमीजी की।  मामले की जानकारी कलेक्टर को भी दी। लेकिन कार्रवाई नहीं होने से एसडीओपी बेलगाम होता गया। बावजूद इसके आईपीएस के साथ एसडीओपी की शिकायत  पर मुझे हटाया गया।

               महिला ने अपनी शिकायत में बतैाया है कि ध्रुवेश जायसवाल लगातार अपनी वरिष्ठता और पुलिस का रौब दिखाने के साथ डोमिनेट करने का प्रयास किया है। कोरोना संक्रमण के दौरान उसने हमेशा असहयोगात्मक रवैया अपनाया।

एफआईआर दर्ज कराने की मांग

                महिला ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीओपी को अच्छी तरह से जानकारी थी कि गेस्ट हाउस के कमरे में रहती हूं। बावजूद इसके ताला खुलवाकर आईपीएस को कमरे में जान बूझकर ठहराया गया। इस दौरान कमरे में जिजी सामान विखरे हुए थे। जिसके चलते निजता का उल्लंघन हुआ है। लज्जा भी भंग हुई है। साथ ही ध्रुवेश ने गाली गलौच कर स्वाभिमान और मार्यदा को ठेस पहुंचाया है। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि महिलाओं के प्रति ध्रुवेश का नजरिया गंदा है।

               महिला एसडीएम ने कहा कि एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल के खिलाफ एसडीएम और राजस्व अमले को धमकी देने, शासकीय कार्य में सहयोग नहीं करने साथ ही बिना अनुमति मेरे कमरे में प्रवेश करने को लेकर एफआईआर दर्ज कराने की अनुमति दी जाए।    

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