बिलासपुर—-सौतेली मां और पिता के खौफ से घर से इलाहाबाद के लिए निकले तीन मासूमों को पुलिस गश्त टीम ने अपने संरक्षण में लिया है। तीनों नाबालिग पिता के साथ नहीं रहना चाहते हैं। पुलिस ने तीनों नाबालिगों को चाईल्ड लाईन को सुपुर्द कर दिया है। सोमवार को तीनों मासूमों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा।
रात्रि गश्त के दौरान पुलिस टीम को तीन नाबालिग ईश्वरी निषाद, गौरी निषाद और गुंज निषाद एक कार के पीछे छिपे हुए थे। छोटे बच्चो को अभिरक्षा में लेकर पट्रोलिंग टीम ने पूछताछ की। पहले तो तीनो ने बहकाने का प्रयास किया। प्यार पुचकार के बाद बच्चों ने मुंह खोला। तीनों ने बताया कि वे मोपका निवासी कमल निषाद के बच्चे है। कमल दारू पीने के बाद रोज मारपीट करता है। उनके पिता ने दूसरी शादी की है। सौतेली मां रोज मारपीट करती है। खाना भी नहीं देती।
बच्चों के अनुसार सौतेली मां और पिता के आतंक से बचने के लिए तीनों घर से भगकर इलहाबाद जा रहे हैं। बच्चों ने बताया कि उसकी असली मां और बहन इलाहाबाद में रहती है। सारी कहानी सुनने के बाद पुलिस ने बच्चों को चाईल्ड लाईन के हवाले कर दिया। सोमवार को बाल कल्याण समिति के सामने बच्चों को पेश किया जाएगा।
तोरवा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि तीनो बच्चे बहुत छोटे है। समय रहते पकड़ लिया गया। यदि गलत हाथ में पड़ जाते तो खोजना मुश्किल हो जाता ।
बच्चों ने की थी शिकायत
चाईल्ड लाईन प्रभारी रीमा यादव ने बताया कि एक साल पहले भी तीनों बच्चे उनके पास आये थे। बच्चो को उनकी मां को सुपुर्द किया गया था। उस समय में भी बच्चों ने पिता की शिकायत की थी। इस बार बच्चो की असली मां कमल निषाद के आंतक से परेशान होकर इलाहाबाद चली गयी है। उसके साथ बच्चों की बड़ी बहन भी इलाहाबाद चली गयी। उसने शादी कर ली है। पिता की मार और सौतेली मां के खौफ से तीनों बच्चे भी इलाहाबाद जाने के लिए घर से भागे हैं। समय रहते तीनों को पकड़ लिया गया। रीमा ने बताया कि तीनों बच्चो सौतेली मां और पिता के साथ नहीं रहना चाहते हैं। सोमवार को बच्चों को बाल कल्याण समिति से सामने पेश किया जाएगा। इसके बाद ही बच्चों के भविष्य के बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा।