माइनस 40 डिग्री तापमान, 250 किमी बर्फीली हवाएं फिर भी 20320 फीट ऊंची डेनाली चोटी पर इस IPS ने फहराया तिरंगा

Shri Mi
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नई दिल्ली-यूपी बैच की आईपीएस आफिसर अपर्णा कुमार (Aparna Kumar) ने माउंट डेनाली पर्वत पर तिरंगा फहराकर इतिहास रचा है. उन्होंने यूएसए के अलास्का में स्थित माउंट डेनाली पर्वत पर भारत का झंडा फहराकर न सिर्फ देश बल्कि बल्कि आईटीबीपी और यूपी पुलिस का भी सम्मान बढ़ाया है. आपको बता दें कि माउंट डेनाली पर्वत की समुद्र तल से ऊंचाई 20320 फीट है.सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

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अपर्णा कुमार ने माउंट डेनाली पर क्लामबिंग के लिए 15 जून को भारत छोड़ा था. उनकी तैयारी 10 जुलाई के आसपास इस पर्वत पर चढ़ने की थी, लेकिन वहां मौसम साफ था, जिससे उन्होंने अपने तय समय से दस दिन पहले ही ये सफलता हासिल कर ली. जिस वक्त अपर्णा चढ़ाई कर रही थीं उस वक्त वहां का तापमान -40 डिग्री के आसपास था और 250 किलोमीटर की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही थीं.

आईटीबीपी (ITBP) और भारतीय पुलिस के लिए यह गर्व की बात है. अपर्णा की सफलता भारत की लाखों महिलाओं को प्रेरित करेगी. उन्होंने यह साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है. अगर जीवन में कुछ हासिल करना है तो इसके लिए उनके अंदर साहस, जुनून, धैर्य होना चाहिए. अपर्णा कुमार का अगला लक्ष्य 2020 में 2020 में नार्थ पोल पर पहुंचना और “एक्सप्लोरर ग्रैंड स्लैम” (सात शिखर सम्मेलन प्लस उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव) को पूरा करना है. इस लक्ष्य को दुनिया के कुछ खास लोगों ने हासिल किया है.

बता दें कि अपर्णा कुमार 2002 बैच की यूपी कैडर की आईपीएस अफसर हैं और वो देश की पहली ऐसी आईपीएस अफसर (IPS) हैं जिन्होंने पूरी दुनिया में मशहूर सेवेन कांटिनेंट (सात पर्वतमालाओं) पर भारतीय तिरंगा फहराया है. भारत में ऐसे पर्वतारोही गिने चुने हैं. जिन्होंने दुनिया की सात सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं पर फतेह हासिल की हो और अपर्णा कुमार उनमें से एक हैं. उनके पति सीनियर आईएएस संजय कुमार का कहना है कि अभी उन्हें वापस आने में तकरीबन एक हफ्ते का वक्त और लगेगा. अभी तक उनसे परिवार की बात नहीं हुई है, केवल एक सैटेलाइट फोन के माध्यम से अपर्णा कुमार ने अपनी सफलता का संदेश परिवार तक भेजा है.

अपर्णा को ऐसे शुरू हुआ पर्वतारोहण का शौक

अपर्णा कुमार 2016 में माउंट एवरेस्ट पर भी तिंरगा फहरा चुकी हैं. उससे पहले साल 2015 में माउंट एकांकागुआ, 2014 में माउंट किलिमंजारो और 2015 में ही माउंट एल्ब्रुस पर भी फतेह हासिल कर चुकी हैं. दरअसल, अपर्णा कुमार को पर्वतारोहण का शौक 2013 में लगा जब वो मुरादाबाद पीएसी में तैनात थी. इसके बाद उन्होंने माउंटीनियरिंग का एक बेसिक कोर्स किया और फिर उनका पर्वतारोहण का ये सफर शुरू हुआ.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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