बिलासपुर(प्राण चड्ढा)।मानसून से पहले अफ्रीका से हर साल भारत आने वाला चातक Pied Cuckoo, {Clamator Jacobinus} अब छतीसगढ़ में फोटो रिकार्ड किया जा रहा है। पर ये मई के आखिर सप्ताह में इधर रिकार्ड होता था,इस बार जून के पहले हफ्ते में बिलासपुर के करीब गांव मंगला में सुबह फोटोग्राफ किया गया है।आम तौर पर इसके आने के कुछ दिन बाद मानसून का आगमन होता है।
ये भी कहा जा सकता है कि मानसूनी तेज हवाओं से बचाने ये पहले अपनी मंजिल तक पहुंच जाता है।सदियों से यह चल रहा है।ये कोयल के समान अपने अंडे किसी दूसरी चिड़िया के घोसले में देते है जो अपने बच्चों के साथ उनको भी पालती है।बाद अक्टूबर, नवम्बर में आपने बच्चों के साथ ऊंची उड़ान भरते विदा होता है।
हिंदी साहित्य में चातक को स्वाति नक्षत्र की पहली बून्द का प्यासा बताया जाता है। आज सुबह बादल जब घिर रहे थे तब ये- पीयू पी पी ss की आवाज रुक रुक कर रहा था। फिर उसको खेत में खोजने कोई देर नहीं लगी। चातक आया अब बरखा के जल्दी आने की आस प्रबल बन गयी है।