बिलासपुर—पुलिस महानिदेशक आज सुबह अचानक बिलासपुर पहुंचे और थोड़ी देर रुककर हाईकोर्ट से रायपुर रवाना हो गए। महिला आरक्षक के खिलाफ लैंगिक प्रताडऩा के आरोपों का सामना कर रहे पुलिस महानिरीक्षक पवन देव इस दौरान पूरे समय डीजीपी के साथ रहे। इधर शिकायतकर्ता महिला आरक्षक ने चुनौती दी है कि यदि उनहे आरोप झूठे हैं तो वह नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार है। लेकिन आईजी को भी अपना नार्को टेस्ट कराना होगा।
अधिवक्ता निरुपमा बाजपेयी ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक की महिला आरक्षक की कॉल डिटेल बिना प्रक्रियाओं के पालन किए निकाला गया है। सक्षम अधिकारी के पास शिकायत की जाएगी। मालूम हो कि बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पवन देव के खिलाफ मुंगेली जिले में पदस्थ एक महिला आरक्षक ने लैंगिक प्रताडऩा का आरोप लगाया है। पुलिस मुख्यालय कि ओर से इस मामले की जांच की घोषणा की गई है। बिलासपुर पुलिस महकमे के अलावा पूरे प्रदेश में मामला गरमाया हुआ है।
इसी बीच आज सुबह पुलिस महानिदेशक एएन उपाध्याय के बिलासपुर पहुंचने पर अटकलें थीं कि देव के खिलाफ कि गई शिकायत पर वे कोई बैठक लेंगे। लेकिन दिन भर ऐसा कुछ नहीं हुआ। पुलिस महानिदेशक आज सुबह करीब 10.30 बजे पुलिस ओफ़्फ़िर्स मैस पहुचे। उपाध्याय करीब 15 मिनट मैस में रूकने के बाद हाईकोर्ट रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि उपाध्याय को किसी केस में हाईकोर्ट में हाजिर होना था। इस दौरान हाईकोर्ट में महानिरीक्षक पवन देव भी साथ थे। पुलिस आफिसर्स मेस में मीडिया ने उनसे चर्चा करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
निजता का उल्लंघन–निरूपमा
हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता निरूपमा वाजपेयी ने बताया कि आईजी पवन देव ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है। उन्होने महिला के काल डिटेल को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन कर निकाला है। यह भारतीय संविधान के खिलाफ है। निरूपमा वाजपेयी ने बताया कि आई जी ने निजता का उल्लंघन किया है। इसलिए उनके खिलाफ निजता के उल्लंघन का मामला बनता है।
निरूपमा वाजपेयी के अनुसार आईजी पवन देव को भी मालूम होगा कि कुछ महीने पहले एक केन्द्रीय मंत्री का आलाधिकारी ने बिना कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए काल डिटेल निकलवा। बाद में कमिश्नर को नौकरी से हांथ धोना पड़ा। सुश्री वाजयपेयी ने कहा कि महिला नार्को टेस्ट के लिए तैयार है। आईजी को भी इस मामले में खुलकर सामने आना होगा। गलत और सही का फैसला हो जाएगा।