रायपुर । मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ के आव्हान को साकार करने के लिए राज्य सरकार ने ‘मेक इन छत्तीसगढ़’ अभियान शुरू किया है। हम सब की यह कोशिश है कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न प्रकार के जन उपयोगी उद्योगों के लिए अधिक से अधिक पूंजी निवेश और राज्य के लोगों को रोजगार के व्यापक अवसर प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी निवेश के लिए उत्साहजनक माहौल बन गया है। सोलर पैनल निर्माण का एक उद्योग शुरू हो चुका है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां आयोजित ‘जेन-नेक्स्ट सम्मिट – 2015’ का शुभारंभ करने के बाद समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन राज्य सरकार के उपक्रम ‘छत्तीसगढ़ इन्फोटेक एवं बायोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स)’ द्वारा ‘गर्वनेंस टुडे’ के सहयोग से किया गया। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी विभिन्न कम्पनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। सम्मेलन में नया रायपुर में बीपीओ (बिजेनस प्रोसेस आउट सोर्सिंग) की स्थापना के लिए गहन विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में कहा कि बीपीओ की स्थापना में बिल्डअप एरिया की उपलब्धि एक बड़ी जरूरत होती है। इसके लिए कम्पनियों को राज्य हर साल दस लाख रूपए की सहायता देगी। इसका प्रावधान हमने अपनी नीति में किया है। नया रायपुर में बीपीओ की स्थापना करने वाली कम्पनियों को हम अपनी उद्योग नीति के तहत कई प्रकार की सुविधा देंगे।
शुभारंभ समारोह में राज्य सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।