मेयर किशोर ने निपटाया अंतिम दिन का काम…बताया…बहुत काम किया..हार के बताए कई कारण

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—पांच वर्ष कार्यकाल के अंतिम दिन मेयर किशोर राय काम काज को लेकर काफी व्यस्त दिखाई दिए। इस दौरान अपने कार्यालय में जरूरी कागजात को निपटाया। उन्होने बताया कि देखते ही देखते समय खत्म हो गया। पद पर रहते हुए पांच साल तक नगरवासियों का सेवा करने का मौका मिला। बहुत काम किया..कुछ काम अधूरे रह गए.. तो कुछ ऐसे काम रह गए जिसे शुरू नहीं किया जा सका। स्कूल शिक्षा को लेकर कुछ योजना थी। यदि नए मेयर को लगता है कि पीपीपी मॉडल से निगम स्कूलों में गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चों को कम शुल्क पर बेहतर शिक्षा की व्यवस्था हो सकती है तो बेहतर होगा।

                 मेयर किशोर राय अपने कार्यकाल के अंतिम दिन कार्यालय में कामगाज को निपटाया। बातचीत के दौरान उन्होने बताया कि जनता की सेवा का अवसर मिला। यदि निगम क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा को लेकर कुछ सोचे हुए काम पूरे हो जाते तो बेहतर होता। स्थिति परिस्थिति ऐसी बनी कि  सोचा हुआ काम पूरा नहीं हो सका।

                 सवाल जवाब के दौरान मेयर किशोर ने बताया कि खुशी हुई कि उनके कार्यकाल में बिलासपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा हासिल हुआ। जब मेयर बना तो उस समय शहर गंदगी की ढेर पर था। प्रधानमंत्री के प्रयास से बिलासपुर में स्वच्छता अभियान में बेहतर काम किया गया। स्वच्छता में बिलासपुर को देश में 23 वां स्थान हासिल हुआ। बिलासपुर प्रदेश का पहला जिला बना..जहां कचरा से खाद बनाने का प्लान्ट लगाया गया। डोर टू डोर कचरा संग्रहण का काम शुरू हुआ। सबसे बड़ी बात की अखिल भारतीय स्तर पर हुए सर्वे में बिलासपुर का देश का रहने लायक 13 वां शहर घोषित किया गया।

             किशोर राय ने बताया कि इन पांच सालों में ट्रैफिक व्यवस्था में आमूल चूल सुधार हुआ। तीन प्रमुख सड़कों धान मण्डी, मिट्टी तेल गली और निराला नगर सड़क का निर्माण हुआ। इससे शहर की यातायात व्यवस्था बेहतर हुई। मेयर ने बताया कि हर वर्ग के लिए काम किया गया। बुजुर्गों के लिए अनुभव भवन,महिलाओं के वर्किंग वूमेन हास्टल, युवाओं के समग्र विकास केलिए ई लायब्रेरी, प्लेनेटोरियम का निर्माण का फैसला लिया। इसके अलावा हर नागरिकों की आन बान शान तिरंगा को 168 मीटर ऊंचाई पर फहराया गया।

                 बहुत अच्छा काम होने के बाद भी निगम चुनाव में भाजपा की हार की मुख्य वजह क्या है। सवाल के जवाब में मेयर ने बताया कि विकास क्रमिक प्रक्रिया है। इस बार चुनाव बदले परिस्थियों में हुआ। सरकार ने एक वोट का अधिकार छीन लिया। परिसीमन के बाद नगर का विस्तार हुआ। जनसंख्या भी बढ़ गयी। लेकिन वार्ड बनाते समय जनसंख्या वितरण को लेकर ध्यान नहीं दिया गया। बावजूद इसके भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया है।

                        किशोर ने इंकार किया कि सिवरेज के कारण निगम में भाजपा की हार हुई है। उन्होने कहा कि सिवरेज का काम अंतिम चरण में है। राज्य स्तर पर टीम का गठन भी हुआ है। सिवरेज का काम पूरा होने के बाद शहर के लिए सिवरेज वरदान साबित होगा। 

 नहीं पहना पाया अमली जामा        

                  एक सवाल के जवाब में मेयर ने कहा कि एक प्रयास किया था कि निगम क्षेत्र के स्कूलों को पीपीपी मॉडल से विकसित किया जाए। शुल्क इतना हो कि गरीब से गरीब बच्चे बेहतर शिक्षा हासिल कर सकें। मध्यमवर्गीय घर के बच्चों को निजी संस्थानों की तरफ ना भागना पड़े। लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी कि…उसे पूरा नहीं किया जा सका। नए मेयर यदि चाहेंगे तो गरीब घर के बच्चों का कल्याण होगा।

मैदान में उतरेंगे

                                     सवाल जवाब के दौरान मेयर ने बताया कि मेयर चुनाव में प्रत्याशी को उतारा जाएगा। फैसला निगम के पर्यवेक्षक प्रेम प्रकाश पाण्डेय करेंगे। बैठक के बाद फैसला होगा।

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