बिलासपुर— कोरोना महामारी ने विकास के कार्यों को प्रभावित किया है। कई प्रोजेक्ट पर कोरोना का प्रभाव पड़ा है। प्रभार के बाद हमने कुछ कार्यो को प्रमुखता से लिया था। उस पर तेजी से काम शुरू भी किया गया। लेकिन कोरोना के चलते उन कार्यों पर असर पड़ा है। यह बाते बिलासपुर मेयर रामशरण यादव ने कही। यादव ने बताया कि गर्मी के दिनों में शहर की सबसे बड़ी समस्या पेयजल की होती है। कोरोनों ने हमारे प्रयास को प्रभावित किया है। बावजूद इसके हम समस्या को दूर करेंगे।
मेयर रामशरण यादव ने बताया कि मेयर पद ग्रहण करने के बाद हमने पेयजल समस्या पर सबसे पहले फोकस किया। कुछ कार्ययोजना तैयार की। लेकिन कोरोना ने कार्ययोजना पर प्रभाव डाला है। बावजूद इसके हम योजना को पूर्ण करने का प्रयास कर रहे हैं।
रामशरण यादव ने बताया कि शहर का कुछ क्षेत्र को गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या से जूझना पडता है। इनमेे देवरीखुर्द, तालापारा, नवापारा, सकरी, कोनी , अशोकनगर प्रमुख है। यहां गर्मी के दिनों में पानी बहुत ब़़ड़ी समस्या है। यहां टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाती है। लेकिन इस बात हमने फैसला किया कि इन चिन्हांकित स्थानों पर बड़ी बड़ी टंकियों को रखकर टैंकरों से पानी से भरा जाएगा। टंकियों से बड़ी ब़ड़ी पाइप के सहारे पानी सप्लाई किया जाएगा। पाइप में टोंटी की भी व्यवस्था होगी। साथ ही टैंकर का उपयोग अन्य जरूरतों में किया जाएगा। लोगों की समस्या भी खत्म होगी।
रामशरण यादव ने बताया कि बावजूद इसके हमने सीमित समय में पेयजल समस्या को लेकर बहुत काम किया है। शहर के चिन्हांकित स्थानों पर 40 छोटे और 14 बड़े बोर करने का आदेश दिया था। इनमें 22 छोटे बोर और 7 बड़े बोर का काम पूरा हो गया है। पम्प भी लगा दिया गया है। बाकी बोर का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। बहुत अधिक सम्भावना है कि इस पानी की समस्या को काफी कुछ हल कर लिया जाएगा।
मेयर ने बताया कि तारबाहर क्षेत्र में प्रयास के बाद भी पानी की समस्या खत्म होते नहीं दिखाई दे रही है। लेकिन हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। मेयर ने बताया कि बिलासपुर में दूषित पानी की समस्या कभी नहीं रही। यदि समस्या है तो नालियों से खीचीं गयी पाइप लाइन से। लीकेज के कारण गंदा पानी घरों तक पहुंच जाता है। हमने अधिकारियों को लीकेज ठीक करने के साथ पाइप बदने का भी आदेश दिया है। समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी।