नई दिल्ली- बुधवार को एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और तहलका पत्रिका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल की सदस्यता निलंबित कर दी है. गिल्ड ने एक बयान में कहा, ‘गिल्ड ने कार्यकारी समिति से यौन उत्पीड़न मामले में विचार मांगे थे. उनसे पूछा गया था क्या वर्तमान में निष्क्रिय सदस्य एम जे अकबर, पूर्व अध्यक्षों में से एक तरुण तेजपाल तथा वरिष्ठ पत्रकार गौतम अधिकारी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए?
इस पर कार्यकारी समिति के ज्यादातर सदस्यों ने एमजे अकबर और तरुण तेजपाल को निलंबित करने का सुझाव दिया.’ कार्यकारी समिति के सुझाव के बाद गिल्ड के पदाधिकारियों ने इस पर चर्चा की. सभी ने इसके बाद सहमति जताते हुए एम जे अकबर और तरुण तेजपाल की सदस्यता निलंबित कर दी. वहीं पदाधिकारियों ने फैसला लिया कि गौतम अधिकारी की सदस्यता पर किसी भी तरह का फैसला लेने से पहले उनसे जवाब मांगा जाएगा.
Editors Guild of India has issued a statement. You may also read it here – https://t.co/xrPM0vb2jK pic.twitter.com/UCSktHNKgY
— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) December 12, 2018
बता दें कि एमजे अकबर ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर अक्टूबर महीने में दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज करवाया था. उन्होंने कहा था कि वो निर्दोष हैं. प्रिया रमानी उनके नाम को खराब करने के लिए झूठे और आधारहीन आरोप लगा रही है. इन झूठे आरोपों से वो आहत हैं जो कथित तौर पर 20 साल पुराने हैं और इस कारण वो अपने केंद्र मंत्री पद से इस्तीफा भी दे चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘आम लोगों, मेरे करीबी लोगों की नजरों में मेरी साख गिरी है. मेरे द्वारा कही गईं सारी बाते सत्य हैं और मुझ पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं.’