बिलासपुर।रमन के गोठ में मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ से बाल विवाह प्रथा को पूर्णतः समाप्त करने के लिए संकल्प लेने का आव्हान लोगों से किया। उससे पे्ररणा लेकर पोस्ट मेट्रिक कन्या छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने भी बाल विवाह को रोकने की ठानी है। रमन के गोठ के 9वें प्रसारण को सुनने के लिए इस छात्रावास में विशेष व्यवस्था की गई थी। गोठ सुनने के पश्चात् छात्रावास में रहने वाली यक्ष्णी मेश्राम एम.ए.पूर्व की छात्रा जो कोटा विकासखण्ड के वनांचल ग्राम शिव तराई से आकर यहां अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है। उसने कहा कि बाल विवाह नहीं होना चाहिए। उसका गांव तो वैसे भी जागरूक है। लेकिन यदि कभी बाल विवाह हुआ तो उसे रोकने के लिए वह प्रयास करेगी। योजनाएं जो सरकार द्वारा चलाई जाती हैं, उसके बारे में जानकारी रमन के गोठ से प्राप्त होती है। जैविक खेती के बारे में उन्होंने जो बताया वह बहुत ज्ञानवर्धक लगा। जैविक खेती से बहुत फायदे होते हैं।
बीई की छात्रा प्रीति पोट्टाम ने कहा कि लोक सुराज के माध्यम से गांव-गांव में योजनाएं पहुंच रही है। इसके बारे में सुनकर बहुत अच्छा लगा। एमएससी पूर्व की छात्रा महारानी धुर्वे ने बताया कि वैसे तो वह रेडियो बहुत कम सुनती है, लेकिन आज ’’रमन के गोठ’’ सुनकर उसे पता चला की रेडियो बहुत उपयोगी। बाल विवाह नहीं करने का संदेश मुख्यमंत्री ने दिया है। ऐसे विवाह से छोटी लड़कियों को बहुत परेशानी होती है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती गायत्री नेताम ने भी इन बालिकाओं के साथ बैठकर रमन का गोठ सुना। उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे रेडियो सुनने की आदत डाले। यह उनके कैरियर निर्माण में बहुत उपयोगी है। रमन के गोठ के माध्यम से तरह-तरह की जानकारी उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दी जाती है। जिसका फायदा उन्हंे उठाना चाहिए। इस अवसर पर छात्रावास अधीक्षिका पदमा डोंगरे एवं अन्य शिक्षिकाएं भी उपस्थित थी।