♦दुर्ग और राजनांदगांव भी हुए ओडीएफ
रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत प्रदेश के दो जिलों दुर्ग और राजनांदगांव को खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) घोषित होने पर इन दोनांे जिला पंचायतों को सम्मानित किया है।डॉ. सिंह ने जिला पंचायत राजनांदगांव की अध्यक्ष चित्रलेखा वर्मा,राजनांदगांव कलेक्टर मुकेश बंसल, जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष माया बेलचंदन और कलेक्टर आर. संगीता सहित दोनों जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को उनके जिलों की ग्रामीण जनता के लिए प्रशस्ति पत्र दिया। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव एम.के. राउत और यूनीसेफ के प्रतिनिधि भी इस मौजूद थे।डॉ. सिंह ने गणतंत्र दिवस पर ओडीएफ घोषित दुर्ग और राजनांदगांव जिलों के पंचायत प्रतिनिधियों, जिला प्रशासन के अधिकारियों और ग्रामीणों के योगदान की भी सराहना की।
बता दें कि 26 जनवरी को ही राज्य के 23 विकासखंड (जनपद पंचायत) भी खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) घोषित हुए।मुख्यमंत्री ने पंचायत पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत इन जनपद पंचायतों के अंतर्गत शामिल ग्राम पंचायतों के पंच-सरपंचों और वहां के ग्रामीणों को भी बधाई और शुभकामनाएं दी।
डॉ सिंह ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है।प्रधानमंत्री ने सम्पूर्ण राष्ट्र को दो अक्टूबर 2019 तक खुले में शौचमुक्त घोषित करने का लक्ष्य दिया है, जबकि छत्तीसगढ़ में पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों के सहयोग से जिस उत्साह के साथ इस दिशा में काम हो रहा है, उसे देखते हुए मुझे उम्मीद है कि हम एक साल पहले ही 2 अक्टूबर 2018 तक छत्तीसगढ़ को खुले में शौचमुक्त ओडीएफ राज्य बना लेंगे।
ओडीएफ घोषित दोनों जिलों – दुर्ग और राजनांदगांव को मिलाकर राज्य में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ओडीएफ घोषित जिलों की संख्या चार हो गई है। इसके पहले मुंगेली और धमतरी जिलों को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। ओडीएफ घोषित 23 विकासखंडों को मिलाकर अब राज्य में ऐसे विकासखंडों की संख्या 56 तक पहुंच गई है। इन सभी विकासखंडों की पांच हजार 913 ग्राम पंचायतों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है।