सिमगा-गिरदावरी के काम में लापरवाही का शिकार एक पटवारी आज फिर हुआ। कलेक्टर ने सिमगा तहसील के बुचिपार के पटवारी दोषित राम साहू को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया। वहीं सिमगा के आरआई रामजी ध्रुव एवं भाटापारा के आरआई मोरध्वज साहू को इस काम में लापरवाही के चलते हटा दिया गया है। भाटापारा के तहसीलदार प्रवीण तिवारी को समुचित मॉनीटरिंग नहीं करने की वजह से शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर ने सिमगा एवं भाटापारा दोनों एसडीएम के काम-काज को लेकर भी नाराजगी प्रकट की है। कलेक्टर गोयल लगातार दूसरे दिन भी अधिकारियों की टीम के साथ खेतों में उतरकर गिरदावरी की। उन्होंने भाटापारा तहसील के ग्राम खम्हरिया और सिमगा तहसील के ग्राम बुचिपार गिरदावरी काम का जायजा लिया। अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र नायक और संयुक्त कलेक्टर अरविन्द पाण्डेय भी साथ थे।सीजीवालडॉटकॉम के whatsapp group से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
कलेक्टर श्री गोयल ने निरीक्षण के दौरान मिली खामियों को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंजी में खसरा नम्बर का संधारण सिलसिलेवार होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई शासकीय भूमि पर अतिक्रमित करके धान का फसल बोया है तो उस रकबे का पंजीयन धान विक्रय के लिए नहीं किया जा सकता। अलग से अतिक्रमण पंजी मंे यह रकबा दर्ज होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि मकबूजा पत्रक एवं धान का पंजीयन के सत्यापित रकबे में कोई फर्क नहीं मिलने चाहिए। किसानों का मोबाईल नम्बर एवं आधार नम्बर संग्रहण के लिए अलग से पंजी संधारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तमाम अतिक्रमणों को दर्ज कर प्रकरण चलाएं। अब तहसीलदारों को भी 10 हजार रूपये तक जुर्माना लगाने का अधिकार मिल चुका है। खम्हरिया गांव में निरीक्षण में पाया गया कि कुल एक हजार 55 खसरा नम्बर में से 600 की गिरदावरी हो चुकी है। इनमें से नमूने के तौर पर खसरा नम्बर 24 और 25 की जांच की गई।
कलेक्टर स्वयं जरीब एवं गुनिया लेकर रकबे का परीक्षण किया। श्री गोयल ने कहा कि राजस्व विभाग के लिए गिरदावरी महत्वपूर्ण अभियान है। यह काम विगत 1 अगस्त से शुरू हुआ है, जो कि 20 सितम्बर तक चलेगा। इस दौरान पटवारी के नेतृत्व में गठित ग्राम स्तरीय समिति द्वारा एक-एक खसरे की जांच की जाएगी। रिकार्ड एवं मौके का मिलान किया जाएगा। यदि कोई अंतर है तो इसे सुधारा जाना चाहिए। जिले की 300 पटवारी हल्कों में एक साथ यह काम किया जा रहा है।