बिलासपुर— शान से भगवान राम और हनुमान की झांकी के साथ कलश यात्रा राममंदिर तिलकनगर से लालबहादुर शास्त्री मैदान पहुंची। विधि विधान से घट स्थापित किया गया। इस दौरान पंडितों ने मंत्रोच्चार किया। हनुमान को साक्षी मानकर श्रद्धालुओं ने मर्यादा भगवान पुरूषोत्तम राम का जयकारा किया। अब 28 फरवरी से दोपहर तीन प्रतिदिन तीन बजे से चार फरवरी तक संत विजय कौशल महराज के श्रीमुख से रामकथा का रसपान करेंगे।28 जनवरी को लालबहादुर शास्त्री मैदान में संत विजय कौशल महाराज श्रद्धालुओं को भगवान राम कथा का रसपान कराएंगे। रामकथा के एक दिन पहले शनिवार को विधि विधान से घट स्थापना हुआ। इसके पहले हजारों की संख्या में महिलाओं भक्तों ने कलश यात्रा निकालकर शहर को भक्तिभाव से सुरम्य बना दिया। कलश यात्रा विधि विधान से तिलकनगर स्थित राममंदिर से आशीर्वाद लेकर विभिन्न् चौक चौराहों होते हुए कथा स्थल लालबहादुर शास्त्री मैदान पहुंची।
कलश यात्रा में हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए। हजारों की संख्या में महिलाओं ने कलश यात्रा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। कलश यात्रा राममंदिर से निकलकर प्रताप चौक,सिम्स चौक,उदल चौक,सदर बाजार चौक,करोना चौक,सिटी कोतवाली चौक के बाद लालबहादुर मैदान स्थित कथा स्थल तक पहुंची। कथा स्थल पर मंत्रोच्चार के साथ कलश को स्थापित किया गया। लोगों ने रामभक्त हनुमान का आह्वान किया।
जगह-जगह कलश यात्रा का भव्य स्वागत
कलश यात्रा का जगह जगह भव्य स्वागत किया गया। भक्तों ने पुष्प वर्षा कर अपनी भावनाओं को जाहिर किया। फूलमाला अर्पित कर लोगों ने कलश यात्रा को यादगार बनाया। कलश यात्रा के दौरान पंपम्परागत लोक कला का प्रदर्शन भी किया गया। पंथी सुआ गीत पर कलाकार थिरकते नजर आए। लोगों ने लोककला का भी आनंद उठाया।
इस दौरान झांकी भी लोगों ने दर्शन किया। राम हनुमान की झांकी को लोगों ने नमन किया। सेल्फी लेकर अपनी भावनाओं को जाहिर किया। इस दौरान भक्तों के जयकारे आसमान गूंज उठा। कलश यात्रा के दौरान भजन का भी लोगों ने रसपान किया।
इस दौरान रामकथा समिति के सदस्यों के अलावा गणमान्य लोगों के साथ आम नागरिक भी कलश यात्रा में शामिल होकर भगवान राम के जयकारा लगाया।