रेणु और जोगी लडेंगे रोजगार सहायकों का युद्ध

BHASKAR MISHRA
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6/20/2002 11:01 PMबिलासपुर—कोटा और मस्तूरी क्षेत्र के 392 बर्खास्त रोजगार सहायकों के समर्थन में जोगी परिवार सामने आया है। बर्खास्त रोजगार सहायकों को तत्काल बहाली किए जाने की मांग को लेकर सोमवार को कलेक्टर अनबलगन पी. से जोगी और उनके समर्थकों ने शिकायत की है।  कलेक्टर ने मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

                               दोपहर को कोटा विधायक डा रेणु जोगी, मरवाही विधायक अमित जोगी, मस्तुरी विधायक दिलीप लहरिया और पंचायत सदस्य अरूण सिंह चौहान बर्खास्त रोजगार सहायकों के साथ कलेक्टर अनबलगन पी से मिलने पहुंचे। मरवाही विधायक अमित जोगी ने कहा कि मनरेगा के तहत कार्य करने वाले  रोजगार सहायक गांव वालों तक शासन की योजनाओं को पहुंचाते है। बर्खास्त कर्मचारी सिर्फ मनरेगा का काम ही नही बल्कि पंचायत के अन्य कार्य भी करते हैं। जिसमें चुनाव जैसे महत्वपूर्ण काम शामिल है। लेकिन उन्हे मानदेय के रूप में सिर्फ साढ़े चार हजार रूपए दिया जाता था।

                     जोगी ने कहा कि रोजगार सहायकों को मार्च 2015 से लेकर मार्च 2016 तक का मानदेय नही दिया गया है।  दीपावली में सिर्फ एक माह का मानदेय दिया गया था। जोगी ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन ने तीन वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके रोजगार सहायकों को ना केवल नियमित किया है बल्कि मानदेय भी बढ़ा दिया है। कोटा विधायक रेणु जोगी ने कहा कि सरकार रोजगार सहायकों की बहाल करते हुए पंचायत सचिव के पद पर नियुक्ति करने को कहा।

                       रोजगार सहायकों के समर्थन में पहुंचे जोगी और उनके समर्थकों से कलेक्टर अनबलगन पी ने कहा कि मंत्रालय से जब तक कोई आदेश नही आ जाता तब तक वे कुछ भी नही कर सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि तीन माह के लिए भर्ती होनी है। इसमें बर्खास्त रोजगार सहायकों को प्राथमिकता दी जाएगी।

                          मालूम हो कि पंचायत और जनपदों में कार्यरत रोजगार सहायक पिछले साल वेतनमान में वृद्धि किए जाने की मांग को लेकर प्रातीय संघ के आहवान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।  रायपुर के बूढ़ा तालाब के पास धरने पर बैठे। राज्य शासन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रोजगार सहायकों को काम पर लौटने को कहा लेकिन  मांगे नही माने जाने तक काम पर कोई भी रोजगार सहायक नहीं लौटा। नोटिस के बाद जो रोजगार सहायक काम पर नहीं लौटा उसे बर्खास्त कर दिया गया।

                      पत्रकारों से चर्चा करते हुए अमित जोगी ने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान राज्य शासन के प्रतिनिधि के तौर पर राजनांदगांव सांसद अभिषेक सिंह रोजगार सहायकों से मिले थे। मांग के समर्थन में उन्होंने आश्वासन भी दिया था। लेकिन आश्वासन पर आज तक अमल नहीं हुआ। मामले में कोटा विधायक रेणु जोगी ने राज्य शासन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है।

 

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