रायगढ़ — रायगढ़ जिले के मिडमिडा में शराब भट्टी हटाने का विरोध कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज की अमित जोगी ने आलोचना की है। अमित जोगी ने पुलिस लाठीचार्ज को सरकार का अमानवीय चेहरा बताया है।
शराब भट्ठी विरोध का स्थानीय लोगों के अलावा मिडमिडा सरपंच सावित्री गुप्ता बजरंग अग्रवाल लैलूंगा के पूर्व विधायक ह्रदय राम राठिया सारंगढ़ पूर्व विधायक छबिलाल रात्रे समेत आसपास के गाँव ने भी समर्थन किया है। मालूम हो कि मिडमिडा में 1 अप्रैल से करीब 200 महिलाएं शराब दुकान के विरोध में धरने पर बैठी हैं। रोज 5 महिलाएं भूख हड़ताल पर रहती है। ग्राम पंचायत ने ग्राम सभा में शराब दुकान को हटाने का प्रस्ताव पारित किया था। कलेक्टर तहसीलदार एसडीएम समेत प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया। बावजूद इसके शराब दुकान को नहीं हटाया गया।
अमित जोगी ने बताया कि शांतिपूर्ण धरने पर बैठी महिलाओं पर लाठीचार्ज करना कायरता की निशानी है। शराब भट्टी को बचाने में सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। जोगी ने धरने पर बैठी महिलाओं की साहस की तारीफ करते हुए कहा है कि मिडमिडा में लोगों की खून की बूँदें गिरी है अब शराब की एक बूँद भी नहीं गिरने देंगे।
जानकारी के अनुसार कुछ शराब माफियों ने गांव के ही एक तीन साल के बच्चे को शराब पिला दिया था। जिसे लेकर स्थानीय लोग शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं।
अमित जोगी ने बताया कि ग्राम आवाज़ को असंवैधानिक तरीके से दबाया जा रहा है। मिडमिडा ने ग्राम सभा बुलाकर शराब भट्टी बंद करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था। बावजूद इसके कलेक्टर ने कोई कार्यवाही नहीं की। उल्टा देशी शराब दुकान की जगह विदेशी शराब दुकान खुलवा दी है। अमित जोगी ने कहा कि क्षेत्र में शराब बिक्री सबसे बड़ी समस्या है। गाँव की आधे से जयादा महिलाएं विधवा है। लेकिन सरकार को केवल शराब माफियों की ही फिक्र है।
कुछ दिन पहले ही कोटा विधायक डॉ रेणु जोगी ने धरने में शामिल होकर शराब दुकान बंद करने का समर्थन किया था। प्रशासन को आठ दिन के भीतर शराब दुकान हटाने का अल्टीमेटम भी दिया था।