रायपुर—पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने बगीचा विकासखंड के ग्राम लेदरपाठ में एक पहाड़ी कोरवा की भूख से मौत को गंभीर एवं दुखद बताया है। उन्होंने बताया कि इस घटना ने प्रदेश सरकार की खाद्य सुरक्षा अधिनियम की पोल खोलकर रख दिया है। भूख से मृत पहाड़ी कोरवा की घटना से सरकार और बेलगाम प्रशासन का चेहरा सामने आ गया है।
जोगी ने बताया कि लंबूराम की मौत प्रशासन की लापरवाही का ज्वलंत उदाहरण है। राइट टू फूड की सफलता का दंभ भरने वाली भाजपा सरकार के चेहरे पर इस मौत ने करारा तमाचा मारा है।
जोगी ने कहा कि भाजपा शासन ने भूख से लंबूराम की मौत को छिपाने का भरपूर प्रयास किया। लेकि सफल नहीं हो पाया है। सरकार झूठे बहाने कर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है। लेकिन सच्चाई सिर चढ़कर बोलती है। बनावटी बहानों एवं बचाव से सरकार के इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है। जोगी ने मृतक के आश्रितों को 25 लाख मुआवजा देने की मांग भाजपा सरकार से की है। उन्होंने मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति का इजहार किया है।