बिलासपुर— लिपिक कर्मचारी संघ ने दो सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। छत्तीसगढ प्रदेश लिपिक कर्मचारी संघ ने इस आशय की लिखित जानकारी मुख्य सचिव के नाम संयुक्त सचिव तारण सिन्हा को दी है। लिपिक संघ ने संयुक्त सचिव को बताया कि दो सूत्रीय मांग को यदि अनसुना किया गया तो सरकारी कामकाज ठप कर दिया जाएगा।
प्रेस नोटजारी कर छत्तीसगढ़ लिपिक कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री रोहित तिवारी ने बताया कि यदि शासन ने लिपिकों के वेतनमान में सुधार नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। लिपिक कर्मचारी संघ ने प्रांताध्यक्ष चंद्रिका सिंह की अगुवाई में शनिवार को दो सूत्रीय मांग पत्र मुख्य सचिव के नाम संयुक्त सचिव को दिया है। चंद्रिका सिंह ने तारण प्रकाश सिन्हा को बताया कि संघ ने कई बार पत्र लिखकर सरकार से लिपिकों के वेतनमान में सुधार करने को कहा था। साथ ही सातवें वेतन के पहले चारस्तरीय वेतनमान लागू करने को भी कहा था। लेकिन मांग को अनसुना कर दिया गया।
तिवारी ने बताया कि 3 नवम्बर 2016 को संघ ने राजस्थान सरकार की तर्ज पर लिपिकों के वेतनमान में सुधार करने को कहा था। चार महीने बाद भी शासन ने ध्यान नहीं दिया। बजट में न तो सातवें वेतनमान का जिक्र किया गया न ही चारस्तरीय वेतनमान की चर्चा हुई। कर्मचारियों में आक्रोश है।
रोहित तिवारी के अनुसार प्रांताध्यक्ष चंद्रिका सिंह ने तारण सिन्हा को दो सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए बताया कि मांग पूरी नहीं होने के शर्त पर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। पहले चरण में प्रदेश के सभी लिपिक कर्मचारी मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड अभियान चलाएंगे। पोस्टकार्ड मुख्यसचिव के नाम 25 मार्च को जिले के सभी कलेक्टरों को दिया जाएगा। हड़ताल का दूसरा चरण 20 अप्रेल को सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाएगा। रायपुर में प्रदेश के सभी लिपिकों की महापंचायत होगी।
आंदोलन के तीसरे चरण में 6 मई को जिला मुख्यालयों में सभी लिपिक सामुहिक अवकाश में धरना प्रदर्शन करेंगे। कलेक्टर को दो सूत्रीय मांग पत्र देंगे। 23 मई तक मांंग पूरी नहीं होने पर 24 मई को प्रदेश के सभी लिपिक कामकाज बंद कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएँगे।
संयुक्त सचिव को मांग पत्र सौंपते समय संघ के पदाधिकारी प्रांताध्यक्ष चंद्रिका सिंह, महामंत्री रोहित तिवारी, बिलासपुर जिला अध्यक्ष सुनील यादव, महामंत्री चंद्रमणी मिश्रा,दीपक मिश्रा,आशीष बिसेन और सूर्य प्रकाश कश्चप भी मौजूद थे।