लिविबिलिटी इंडेक्स पर कांग्रियों को शक…पूछा शहर को कितनी मिली सुविधा…38 हजार लोगों ने क्यों छोड़ा शहर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कांग्रेस नेता शैलेन्द्र जायसवाल ने लिविबिलिटी इंडेक्स में बिलासपुर को 13 वा स्थान मिलने वाले समाचार को गलत बताया है। शैलेन्द्र ने कहा कि समझ में नहीं आ रहा है कि जहां सड़क पानी,बिजली की व्यवस्था ठीक नहीं हो..उस शहर को 13 वां स्थान मिलना संदेह को जाहिर करता है। शैलेन्द्र के अनुसार पिछले दस सालों में सिवरेज ने शहर को अस्थमा,ब्रोंकाइटीज रोग पैदा करने का कारखाना बना दिया। बावजूद इसके शहर को लिविबिलिटी इंडेक्स में 13 वां स्थान मिलना गहरी साजिश की तरफ इशारा है।
                       कांग्रेस नेता शैलेन्द्र जायसवाल ने बताया कि चुनाव नजदीक आते ही शहर को पुरस्कार मिलने की झड़ी लग गयी है। भाजपा नेता घूम-घूम कर बधाई दे रहे हैं। लेकिन जनता का दुख दर्द इन फर्जी पुरस्कारों से दूर नहीं होने वाला है। जनता जानती है कि पिछले 10 सालों में सीवरेज ने शहर को ब्रोंकाइटीज और अस्थमा का कारखाना बना दिया है। शहर इतना गंदा हो चुका है कि लोग अब यहां रहना भी पंसद नहीं करते हैं। यही कारण हैं कि 38000 मतदाता शहर छोड़कर भाग गए हैं।
                             बिलासपुर में जमीन बिक नहीं रही हैं। मकान खरीदने को कोई तैयार नहीं है। इससे जाहिर होता है कि बिलासपुर शहर में अब कोई रहना नहीं चाहता है। सच्चाई तो यह है कि अब शहर रहने लायक नहीं है। यहां डॉक्टरों की भीड़ और नर्सिंग होम बढ़ते जा रहे हैं। सीधा अर्थ है कि बिलासपुर शहर और भाजपा नेता केवल रोग बांटने का काम कर रहे हैं। फिर भी  लिविबिलिटी इंडेक्स में बिलासपुर को 13 वां स्थान मिलना आठवां अजूबा से कम नहीं है।
                    कांंग्रेस नेता के अनुसार बिलासपुर शहर को 6000 एकड़ का एक कस्बा बनाकर रख दिया गया है। भाजपा को बताना होगा कि कहां पर नई कालोनियां बन रही है। सीनियर सिटीजन को कौन सी सुविधा मिल रही है।  ना पार्क  हैं ना तो चलने  लायक सड़कें है । निगम का एकमात्र बड़ा पार्क दशकों पुराना कम्पनी गार्जन है।  उसकी भी हालत ठीक नहीं है।
                                      पिछले दो सालों से बिलासपुर शहर का तापमान बढ़कर 50 डिग्री पहुंच गया है। पेय जल का स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है। गंदे पेयजल की सप्लाई के कारण हाईकोर्ट को दखल देना पड़ा है। इन सब बातों से जाहिर होता है कि बिलासपुर का लिविबिलिटी इंडेक्स में 13 वां स्थान हासिल होना सिर्फ चुनावी साजिश है। लेकिन जनता फर्जी आंकड़ों में फंसने वाली नहीं है।
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