बिलासपुर। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट द्वारा एक दिवसीय साइबर अपराध जागरुकता व्याख्यान का आयोजन शुक्रवार को रजत जयंती सभागार में 1 बजे किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में इंडियन साइबर आर्मी, दिल्ली के निदेशक किसलय चौधरी रहे एवं अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने की।साइबर अपराध जागरुकता व्याख्यान के शुभारंभ पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने कहा कि साइबर अपराधों के खिलाफ जागरुकता के माध्यम से ही मुकाबला किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बढ़ते साइबर अपराधओं के मद्देनजर सावधानी में ही सुरक्षा है।
कुलपति ने कहा कि समाज में सूचना तकनीक के बढ़ते प्रभाव से सुविधाओं को साथ असुरक्षा में भी इजाफा हुआ है जो वित्तीय एवं निजता के हनन तक गंभीर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस जागरुकता व्याख्यान से युवा छात्रों को सूचना क्रांति के इस दौर में जागरुक रहने की तकनीक के विषय में पूर्ण जानकारी मिलेगी।
जागरुकता व्याख्यान के मुख्य वक्ता इंडियन साइबर आर्मी, दिल्ली के निदेशक किसलय चौधरी ने सोशल मीडिया, ऑनलाइन खरीददारी एवं बैंकिग ऑनलाइन एवं ऑफलाइन ट्रांजेक्शन पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में फोन एवं ईमेल के जरिये बहुत से अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है, जिसे रोकने के लिए जागरुकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विदेशों से मोबाइल मैसेज एवं ईमेल के जरिये लॉटरी जीतने के बहुत से मामले आम हैं ऐसे में किसी भी ऐसे अपरिचित नंबर या ईमेल का कोई जवाब नहीं देना चाहिए ना है किसी तरह की जानकारी शेयर की जानी चाहिए।
चौधरी ने कहा कि सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरों एवं अन्य जानकारियों को भी साझा नहीं करना चाहिए। इस व्याख्यान में बड़ी संख्या में मौजूद छात्रों के सोशल फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड, बैंक फ्रॉड एवं हैकिंग से जुड़े विभिन्न सवालों के जवाब किसलय चौधरी ने दिये।