(रूद्र अवस्थी)।लोकसभा चुनाव में अधिक देरी नहीं है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद सियासी पार्टियों ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। फिलहाल इस बात को लेकर चर्चा है कि छत्तीसगढ़ की ग्यारह लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार कौन होगा। इसे लेकर सुगबुहाहट भी है और धीरे –धीरे नाम भी सामने आने लगे हैं। लेकिन इस बीच एक अहम सवाल यह भी है कि कहां – किसकी स्थिति मजबूत है।इस सवाल का जवाब तलाशते हुए अगर सभी लोकसभा सीटों में शामिल विधानसभा सीटों के हाल के चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो जो तस्वीर उभरकर सामने आती है, उससे आने वाले चुनाव के नतीजों का कुछ – कुछ अँदाजा लगाया जा सकता है। इसके मद्देनजर हम छत्तीसगढ़ की हर एक लोकसभा सीट का आकलन इस सीरीज में कर रहे हैं।रायपुर लोकसभा सीट-छत्तीसगढ़ की रायपुर लोकसभा सीट सामान्य है। इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 9 विधानसभा क्षेत्रों में से एकमात्र आरंग सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए रिजर्व है। अन्य सीटों में से बलौदाबाजार, भाठापारा, धरसींवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर पश्चिम, रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण और अभनपुर सीट सामान्य है। शुरूआती दौर में रायपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। लेकिन पिछले कई चुनावों से यहां बीजेपी लगातार चुनाव जीत रही है।
2018 के पिछले विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो रायपुर लोकसभा क्षेत्र की 9 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने 91 हजार से अधिक वोट की बढ़त हासिल की है। सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों को 6 लाख 15 हजार से अधिक वोट मिले हैं। जबकि बीजेपी को 5 लाख 23 हजार से अधिक वोट मिले हैं। जोगी कांग्रेस – बसपा गठबंधन को 1 लाख 98 हजार से अधिक वोट मिलेहैं। इस चुनाव में कांग्रेस ने रायपुर लोकसभा क्षेत्र की 9 में से 6 सीटें जीती हैं। जिनमें धरसींवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर पश्चिम, रायपुर उत्तर, आरंग और अभनपुर की सीट शामिल है। बीजेपी को भाठापारा और रायपुर दक्षिण की सीट मिली है। बलौदाबाजार की एक सीट जोगी कांग्रेस – बसपा गठबंधन के खाते में गई है। जहां पार्टी को 65 हजार से अधिक वोट मिले हैं। जोगी काग्रंस – बसपा गठबंधन का प्रदर्शन बलौदाबाजार सहित भाठापारा, आरंग और अभनपुर सीटों पर भी अच्छा रहा। जहां पार्टी को 20 से लेकर 45 हजार तक वोट मिले। इस चुनाव में बलौदाबाजार में बीजेपी को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था।सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
पिछले विधानसभा चुनाव में रायपुर लोकसभा क्षेत्र के अँतर्गत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को 50 हजार से अधिक वोट मिले हैं। जबकि बीजेपी को बलौदाबाजार , रायपुर उत्तर और आरंग विधानसभा क्षेत्र में 50 हजार से कम वोट मिले हैं।इस तरह करीब 91 हजार वोट की बढ़त के बल पर कांग्रेस मजबूती के साथ लोकसभा चुनाव मैदान में उतरेगी । लेकिन लोकसभा चुनाव की परिस्थितियां विधानसभा चुनाव से अलग होती हैं। ऐसे में पिछले कई चुनावों से रायपुर सीट जीत रही बीजेपी से सीट छीनने में कांग्रेस कामयाब हो पाएगी या नहीं यह आने वाला समय बताएगा।