बिलापुर—जगदलपुर के लोहंडीगुड़ा में मंत्री केदार कश्यप की पत्नी के जगह पर दूसरी महिला द्वारा परीक्षा में शामिल होने का मामला इन दिनों पूरे प्रदेश में गरमाया हुआ है..विपक्ष के लिए जहां यह मुद्दा मानो किसी संजीवनी से कम नहीं है तो वहीं सत्ता में बैठे लोग
इस मामले से खुद को अब जैसे-तैसे किनारा करते नजर आ रहे हैं..दूसरी ओर मामले की जांच कर रही पं सुंदर लाल शर्मा मुक्त विवि की जांच कमेटी की प्रतिष्ठा भी अब दांव पर लगी हुई है..यूनिर्वर्सिटी के कुलपति ने आज खास बातचीत करते हुए कहा है कि तीन सदस्यीय दल मुख्यतः घटनाक्रम क्या है,मामले में संलिप्तता किसकी है।
यूनिवर्सिटी के अध्ययन केंद्र की इस पूरे मामले में क्या भागीदारी है पर जांच कर बुधवार सुबह तक अपनी रिर्पोर्ट पेश करेगी। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। कुलपति ने स्पष्ट किया कि जांच में सिर्फ मीडिया विजुअल को आधार बनाना नाकाफी होगा। यदि कोई मीडियाकर्मी बतौर गवाह खुद को पेश करता हैं तो इसे कंसीडर किया जा सकता है। कुलपति ने यह भी बताया कि इस मामले में दस्तावेज की अनुपल्बधता एक बड़ी पेरशानी है क्योंकि दोषी फिलहाल पुलिसिया रिकार्ड में फरार है…