विनिता को मेरिट में दूसरा स्थान..डाक्टर बनना चाहती है किसान की बेटी

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170421-WA0008बिलासपुर–पेशे से किसान पिता और गृहणि मां की बेटी ने मस्तूरी और बिलासपुर का नाम रोशन किया है। विनिता पटेल ने दसवीं बोर्ड परीक्षा में दुसरा स्थान हासिल किया है। विनिता ने बताा कि बड़े होकर डाक्टर बनना चाहती है। लोगों की दुख दर्द को कम करना चाहती है। गांव चिकित्सा क्षेत्र में अभी भी बहुत पीछे है। माता पिता की भी यही इच्छा है। विनिता दो बहनों में बड़ी है।

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                   रायपुर में जैसे ही शिक्षामंत्री केदार कश्यप ने दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणा का एलान किया पत्रकारों ने मस्तूरी की तरफ दौड़ लगा दी। मस्तूरी की बेटी ने दसवीं बोर्ड परीक्षा में दुसरा स्थान जो हासिल किया है।

        विनिता पटेल सरस्वती शिशु मंदिर हाई स्कूल मस्तूरी की छात्रा है। विनिता के पिता गोपाल पटेल पेशे से किसान और माता उर्मिला घरेलु महिला है। विनिता ने दसवीं बोर्ड में कुल प्राप्तांक 600 में 586 अंक हासिल कर प्रदेश की मेरिट लिस्ट में दूसरा स्थान बनाया है। विनिता ने 97.67 प्रतिशत अंक हासिल किए है। जबकि मात्र 3 अंक अधिक लेकर धमतरी के चेतन अग्रवाल ने मेरिट लिस्ट में पहला स्थान बनाया है।

                                   विनिता के पिता गोपाल ने बताया कि बेटी की उपलब्धि पर उसे नाज हैं। उनसे मुझे और मेरे परिवार को प्रदेश में सम्मान दिलाया है। गोपाल ने बताया कि वह खेती किसानी का काम करता है। घर गुजारा करने का एक मात्र साधन किसानी है। मैं कम पढ़ा लिखा ग्यारहवी पास हूं। गोपाल के अनुसार विनिता बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में तेज है। उसने सभी परीक्षाओं में अच्छा अंक हासिल किया है। दिन में वह 6-7 घंटे पढ़ती थी। कभी कभी उसके पास बैठ जाया करता था। विनिता की मां 12 वीं पास है। उसने विनीता को हमेशा पढ़ने लिखने की तरफ उत्साहित किया।

        माता उर्मिता पटेल ने बताया कि उसका दिन घर के काम काज में बीत जाता है। उर्मिला बचपन से ही मेधावी है। खेलती कूदती भी है। लेकिन उसका ध्यान हमेशा पढ़ाई में रहता था। घर के काम काज मे भी उसने हमेशा हाथ बढ़ाया। वह 24 घंटे में 7 घंटे पढ़ती थी। उसकी उपलब्धि पर हमें गर्व है। बेटी ने हमारा और हमारे शहर का नाम रोशन किया है। हमें अपनी बेटी पर गर्व है।

                    दसवीं बोर्ड में दूसरा स्थान हासिल करने वाली विनीता ने बताया कि वह डाक्टर बनना चाहती है। विज्ञान उसका पसंदीदा विषय है। दिन में वह 7 घंटे पढ़ाई करती थी। माता पिता ने मुझे हमेशा सहयोग किया। स्कूल में भी मास्टरों का प्यार और सहयोग हमेशा मिला। विनीता ने बताया कि डाक्टर बनकर गरीबों की सेवा करना चाहती हूं। मैने महसूस किया है कि आज भी हमारा गांव चिकित्सा क्षेत्र में बहुत पीछे है।

        विनीता के पिता ने बताया कि वह हर सूरत में बेटी की अरमानों को पूरा करेगा। मेहनत कर उसे लक्ष्य तक पहुंचाने में सहयोग करूंगा।

                                               गोपाल के बहनोई श्यामसुन्दर ने बताया कि बेटी की ख्वाब ऊंचे हैं। लेकिन डाक्टरी की पढ़ाई बहुत मंहगी है। अब खेती किसानी फायदा का धंधा नही रहा। यदि सरकार ने सहयोग किया तो बेटी विनिता जरूर डाक्टर बनेगी।

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