विराट के साथ घर वापस लौट आईं खुशियां…. हर चेहरे पर मुस्कान और पटाखों के साथ बदला माहौल

Chief Editor
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बिलासपुर।शहर के करबला रोड पर विवेक सराफ के घर के आस – पास जहां पिछले 5 दिनों से  दुख – तनाव का माहौल था…. जहां आशंकाओँ – कुशंकाओँ के बादल छाए हुए थे….। वहां पर शुक्रवार की सुबह खुशियां लौट आईं…। 5 दिन से अपहरणकर्ताओँ की चंगुल से छूटकर आए विराट के साथ – साथ खुशियां लौटीं….. । घर – मोहल्ले में सभी के चेहरे पर मुस्कान लौटी …. मिठाइयां बंटीं और पटाखे फूटने लगे….। जो लोग पिछले 5 दिन से ईश्वर से विराट के सकुशल घर लौटने की दुआएं कर रहे थे …. सभी ने विवेक सराफ के घर पहुंचकर उनकी खुशियों में हिस्सेदारी निभाई….। कुछ ऐसा माहौल था उनके घर का … जब सुबह विराट को पुलिस के आला अफसरों ने सकुशल घर तक पहुंचाया..।सीजीवालडॉटकॉम के whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे

जैसा कि मालूम है कि 5 दिन पहले शाम के समय करबला रोड के व्यस्ततम इलाके से विवेक सराफ के 6 साल के बेटे विशाल का अपहरण कर लिया गया था। लोग एक वैगन कार से और भीड़ के बीच से उसे उठा ले गए । तब से सराफ परिवार ही नहीं, आस – पास पूरे मुहल्ले में दुख और तनाव का माहौल था। खबर मिलते ही पूरा शहर स्तब्ध रह गया और सभी यह जानना चाह रहे थे कि आखिर विराट का अपहरण किसने- क्यों किया और उसे कहां ले जाया गया है।

सवाल बहुत से थे लेकिन लोगों को इसका जवाब नहीं मिल पा रहा था। इस बीच विराट की सकुशल वापसी के लिए दुआओं  का सिलसिला भी शुरू हो गया था। पूरा शहर चाह रहा था कि विराट सकुशल घर लौटे। सराफ परिवार के सब्र का बांध भी टूट रहा था। हर एक आहट पर उन्हे लगता था कि विराट घर वापस आ रहा है। घर के बड़े बुजुर्गों के साथ ही आस – पास के सभी लोगों को उम्मीद थी कि विराट घर वापस लौटेगा….।

और शुक्रवार की अल सुबह वह घड़ी आ गई…..। मासूम के इंतजार में पथरा गईं आँखों को सुकून मिला…. जब पुलिस के आला अफसरों के साथ विराट घर वापस लौटा। विराट के अपहरण के बाद उनके पिता विवेक सराफ तो पिछले 5 दिन में पुलिस से कई मर्तबा मिल चुके थे और हर बार उन्हे उम्मीदों के साथ खाली हाथ लौटना पड़ा था। लेकिन शुक्रवार की सुबह जब पुलिस ने घर पर दस्तक दी तो पुलिस के हाथ खाली नहीं थे…। उनके साथ था विराट …. जिसे अपने सामने देखकर परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। सभी ने दौड़कर उसे अपने सीने से लगा लिया …. और खुशियों का आँसू छलक उठे…। किसी ने बताया कि विराट का बर्थडे दो दिन बाद है….। लेकिन सराफ परिवार को दिन पहले ही इतनी खुशियां मिल गईं , जैसे एक नहीं कई जन्मदिन एक साथ मनाया जा रहा हो…।

जैसे विराट के अपहरण की खबर फैली थी , उसी तरह उसकी सही – सलामत घर वापसी की खबर भी पूरे मुहल्ले और शहर के लोंगों को मिल गई और घर पर लोग जुटने लगे। सभी ने हल – चाल जाना और सराफ परिवार की  खुशियों में अपनी हिस्सेदारी निभाई। मिठाइयां बांटी गईं और पटाखे फोड़े गए…। लोगों ने विराट को गोद में उटाया ….. । उसके लिए टाफियां लेकर भी लोग गए थे..। यह एक ऐसे अध्याय का सुखद पटाक्षेप है , जिसे कोई याद नहीं करना चाहेगा…..।

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