विवाद पर संजय शर्मा बोले – प्रधान पाठक और व्याख्याता पहले भी बन चुके हैं BEO

Shri Mi
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राज्य शासन ,संतान पालन अवकाश,प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा,छत्तीसगढ़ पंचायत न नि शिक्षक संघ,बिलासपुर।प्रदेश में (एल बी संवर्ग) ब्याख्याता के बीईओ बनने का विरोध को शिक्षक संघ के नेता अव्यहारिक बात रहे है। शिक्षक प्राचार्यो व  शिक्षा विभाग के प्रशासनिक वर्ग के बीच तर्कों के आधार पर नई चर्चा शुरू हो गई है। इस विषय पर अपनी बात रखते हुए।छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि पिछले 15 वर्षो में उच्च वर्ग शिक्षक, प्रधान पाठक व ब्याख्याता बीईओ बनते आये है, शासन ने यह जरूर नियम बनाया था कि बीईओ के लिए 05 वर्ष का अनुभव होना चाहिए, पर लगातार उच्च वर्ग शिक्षक, प्रधान पाठक व ब्याख्याता को शासन द्वारा बीईओ बनाया गया है।CGWALL न्यूज के टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए लिंक पर क्लिक करे

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संजय शर्मा ने बताया कि जो लोग आज एल बी संवर्ग के ब्याख्याता के बीईओ बनने का विरोध कर रहे है, वे लोग तब कहा थे जब उच्च वर्ग शिक्षक, प्रधान पाठक व ब्याख्याता बीईओ बन रहे थे।

संजय ने  वर्तमान में हुए आदेशो का हवाला देते हुए और वतर्मान पद पर कार्य कर रहे विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों के  उदाहरण देते हुए बातया कि  इस सत्र में भी अनेक ब्याख्याता बीईओ बनाये गए है।

साथ ही एल बी संवर्ग के ब्याख्याता भी बीईओ बने है, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने ई व ई एल बी संवर्ग के ब्याख्याता के बीईओ बनने का स्वागत किया है।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, मनोज सनाढ्य, शैलेन्द्र पारीक, सुधीर प्रधान ने कहा है कि एल बी संवर्ग के ब्याख्याता के बीईओ बनने का विरोध करना अव्यहारिक है, क़्योंकि शिक्षा विभाग में नियम के साथ साथ व्यवस्था परम्परा पूर्व में भी लागू हुआ है, और वर्तमान में उसका दुहराव ही हुआ है।

शिक्षा विभाग के जिम्मेदार व शिक्षकों को यह ध्यान रखना चाहिए की ऐसा विरोध न हो, जिससे शिक्षकों के बीच विभाग में ही भेदभाव दिखाई देवे,,राजपत्र जारी होने के बाद सभी व्याख्याता (ई/टी/एल बी-ई/टी) सभी सामान है।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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