कोंडागांव/अभनपुर।प्रदेश के पांच जिलों में वर्ग तीन के सहायक शिक्षको को जिला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर संघ की बागडोर देने के बाद संघीय गतिविधियों के सिलसिले में संयुक्त शिक्षाकर्मी शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन के बुधवार को अभनपुर प्रवास के दौरान संघ के पदाधिकारियों एवं शिक्षको के साथ संघीय गतिविधियों सहित अपने एजेंडे के अनुसार वर्ग तीन के सहायक शिक्षको के वेतन विसंगति व क्रमोन्नति की विसंगतियों को शासन के समक्ष सरल और प्रभावी ढंग से रखने के लिए लेकर ठोस रणनीति चर्चा हुई।
प्रेस विज्ञप्ति के मध्यम से जानकारी देते हुए संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ के सहायक शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रांतीय प्रभारी जितेंद्र सिन्हा ने बताया कि संघ के प्रांताध्यक्ष व सहायक शिक्षक प्रतिनिधियो से सहायक शिक्षक की पुरानी माँग वेतन विसंगति के मुद्दे पर तीन घंटे की मैराथन चर्चा हुई।
जिस पर प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने शिक्षकों व संघ के पदाधिकारियों को कहा कि सहायक शिक्षक के वेतन विसंगति के मुद्दे पर सरकार और अधिकारियों से प्रमाणिकता के साथ बात रखेंगे और आवश्यकता होने पर संयुक्त शिक्षक संघ बड़ा से बड़ा कदम उठाने से पीछे नही हटेगा, साथ ही इस मुद्दे पर सभी सहायक शिक्षक साथियों को एकमत से साथ आकर सहयोग का अपील की है।
सहायक शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रांतीय प्रभारी जितेंद्र सिन्हा व कार्यकारी जिला अध्यक्ष प्रदीप साहू ने बताया कि प्रदेश का सहायक शिक्षक विगत 2013 से पुनरीक्षित वेतनमान के समय से ही वेतन विसंगति की मार झेल रहे है। उस समय सहायक शिक्षक 7 वर्ष पूर्ण करते ही समयमान के तहत 5000 मूल वेतन प्राप्त कर रहे थे, परंतु शासन द्वारा पुनरीक्षित वेतनमान में 4000 से गणना किया गया जिसका खामियाजा आज पर्यंत सहायक शिक्षक भुगत रहा है समयमान वेतनमान 5000 से 1.86 के गुणांक में सहायक शिक्षको को 9300 बेसिक प्राप्त हुआ रहता, जिसे साजिश के तहत 4000 से 1.86 का गुणांक करके 7440 बेसिक में ला दिया गया जो पूरी तरह से अव्यवहारिक व गलत है, क्योंकि किसी भी कर्मचारी का वेतन पुनरीक्षण में आगे का वेतनमान प्राप्त होता है उसे पीछे नही ले जाया जाता।