रायपुर।कोरोना संकट के मद्देनजर कर्मचारियों के वेतन वृद्धि रोकने व इंक्रीमेंट-प्रमोशन को स्थगित किये जाने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ कर्मचारी लामबंद होने लगे हैं। एक तरह जहां जगह-जगह ज्ञापन देकर राज्य सरकार से फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया जा रहा है, तो वहीं राजनीतिक दल इस मामले में अपनी रोटी भी सेंक रहे हैं। भाजपा नेताओं ने कर्मचारियों के खिलाफ लिये निर्णय को अमानवीय करार देते हुए तत्काल फैसले को वापस लेने की मांग राज्य सरकार से की है, तो वहीं कांकेर के सांसद मोहन मंडावी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में पत्र लिखा है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
पत्र में कांकेर सांसद मंडावी ने कर्मचारी विरोधी निर्णय को वापस लेने की मांग की है। पत्र में सांसद ने लिखा है कि शासकीय कर्मचारियों के विरूद्ध वार्षिक वेतन वृद्धि तथा पदोन्नति-क्रमोन्नति के देय एरियर्स को स्थगित करने का आदेश दिया है, जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक संकट में कर्मचारियों ने विषम परिस्थितियों में काम किया है। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को पुरुस्कृत करने के बजाय हतोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि तत्काल फैसले को वापस लिया जाये।