बिलासपुर—राष्ट्रीय उद्योग व्यापर मेला में एसईसीएल स्टाल लोगों का आकर्षण का केन्द्र बन गया है। छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ के बैनर तले आयोजित पाॅंच दिवसीय राष्ट्रीय उद्योग व्यापार मेला में एसईसीएल के स्टाल को लोग जमकर सराहना कर रहे हैं।
एसईसीएल के स्टाल क्रमांक 89 से 92 में कोयला उत्पादन की जानकारी को लोग चाव से देख और सुन रहे हैं। मिनी रत्न के कीर्तिमान, छत्तीसगढ़ का विकास…यही है एसईसीएल का प्रयास की लोग ताऱीफ कर रहे हैं। स्टाल में स्वच्छ भारत, खेलकूद गतिविधयाॅं प्रोत्साहन, छत्तीसगढ़ी लोककला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन, शैक्षणिक गतिविधियों को प्रोत्साहन, कौशल विकास के तहत कम्प्यूटर ट्रेनिंग, सिलाई, आटो मोबाईल, ब्यूटी पार्लर, हेण्डीक्राफ्ट, इलेक्ट्रानिक ट्रेनिंग, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत वाटर ट्रिटमेन्ट प्लान्ट, तालाब गहरीकरण, उद्यान, सड़क निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण, हेण्डपम्प खनन का झांकी के जरिए प्रदर्शन किया गया है ।
स्टाल में एसईसीएल प्रबंधन ने खुली खदान का माडल प्रस्तुत किया है। खदान में कार्यरत कामगारों की श्रम आधारित कार्यशैली ौर तकनीक आधारित सरलता का सुलभ संयोग प्रदर्शित किया गया है । माडल खदान के रूप में ओपनकास्ट माईन का समदर्शी माडल को मेला पहुंचने वाले लोग समझने और बुझने का प्रयास कर रहे हैं। इसमे शावेल, डीजल बैकहो, इलेक्ट्रिकल बैकहो, ड्रिलिंग, ब्लास्टिंग, सड़क द्वारा परिवहन, कोलडस्ट सप्रेशन का चलित माडल दिखाया गया है । मालूम हो कि नई तकनीक के समावेश से एसईसीएल ने उत्पादन एवं प्रबंधन में विशिष्ट दर्जा हासिल किया है।