शराबबंदी पर विधानसभा में उठा सवाल…धरमजीत सिंह बोले – चखना दुकान फैला रहे कचरा

Chief Editor
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Chhattisgarh Assembly,ts singhdeo,news,raipur,raman singh,chhattisgarhरायपुर ।  विधानसभा प्रश्नकाल के दौरान छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री से होने वाले राजस्व और शराबबंदी का सवाल उठाया गया   । जिस पर सरकार की ओर से जवाब दिया गया है कि जनवरी  2018 से  इस साल मई तक शासन को शराब विक्रय से 6206 करोड़ का राजस्व मिला है और प्रदेश में शराबबंदी की प्रक्रिया जारी है  ।प्रश्नकाल के दौरान शराब को लेकर कई सवाल किए गए हैं  । विधायक इंदु बंजारे ने जानना चाहा था कि प्रदेश में कितनी देसी और विदेशी शराब दुकान है ।  वर्ष 2018 से मई 2019 तक शासन को शराब के विक्रय से कितना लाभ प्राप्त हुआ है  । उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या प्रदेश में शराबबंदी की जाएगी ।  उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान यह बात भी कही कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी प्रमुख मुद्दा है ।  विशेष रूप से महिलाएं यह बात पूछ रही हैं कि छत्तीसगढ़ में सरकार शराबबंदी कब करेगी  ।
उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के दौरे में जब भी जाते हैं लोग यह बात करते हैं कि कांग्रेस को शराबबंदी के मुद्दे पर समर्थन मिला है  । ऐसी स्थिति में क्या सरकार शराबबंदी करेगी  । सरकार के मंत्री मोहम्मद अकबर ने जवाब दिया कि शराबबंदी की प्रक्रिया जारी है । इस सिलसिले में 3 समितियों का गठन किया गया है ।  इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान  विधायक धर्मजीत सिंह ने भी यह मुद्दा उठाया की छत्तीसगढ़ में प्लास्टिक की बोतलों में शराब बेची जा रही है ।  एक तरफ प्रदेश को प्लास्टिक  – कचरा मुक्त बनाने की बात हो रही है  । दूसरी तरफ प्लास्टिक बोतल में शराब बेची जा रही है ।
साथ ही चखना दुकानों के में भी प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है  ।
छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री और शासन को होने वाली आय के संबंध में मंत्री ने बताया कि प्रदेश में देसी शराब की 338 और विदेशी शराब की 312 दुकानें संचालित हैं  । वर्ष 2018 1 जनवरी से मई 2019 तक शासन को शराब से के विक्रय से 6206 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है ।
इसी तरह अजीत जोगी ने भी सवाल किया था कि 17 दिसंबर 2018 से 31 मई 2019 तक प्रदेश में शराब की कितनी बिक्री हुई और उससे कितना राजस्व प्राप्त हुआ  । उन्होंने इसका माहवार विवरण मांगा  था । उन्होंने यह भी पूछा कि क्या राज्य सरकार द्वारा दिसंबर 2018 में शराब की नई ब्रांडो के पंजीयन किए जाने का आदेश निकाला था ।  वर्तमान में प्रदेश में शराब की कुल कितनी ब्रांडे  पंजीकृत हैं ।  इस सवाल के लिखित जवाब में जानकारी दी गई कि राज्य सरकार द्वार दिसंबर 2018 में शराब के नए ब्रांडों के पंजीयन के लिए आदेश निकाला गया था। वर्तमान में प्रदेश में शराब के 526 ब्रांड पंजीकृत हैं।
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