तापमान क्यों बढ़ा…शहरवासियों का मौन प्रदर्शन

BHASKAR MISHRA

IMG20170603175331 बिलासपुर—पर्यावरण सुरक्षा के साथ बढ़ते तापमान से चिंतिति बिलासपुर के पर्यावरण प्रेमियों ने मानव श्रृंखला बनाकर मौन प्रदर्शन किया। हाथों में पर्यावरण बचाने स्लोगन वाली तख्तियां लेकर आने जाने वालों को जल और जंगल को बचाने का संदेश दिया। कलेक्टर कार्यालय से लेकर 27 खोली तक सर्वदलीय मंच ने मानव श्रंखला बनाकर विकास के साथ पर्यावरण को बचाने की मांग की।

                                  पर्यावरण प्रेमियों ने कलेक्टर कार्यालय से 27 खोली तक सड़क के दोनों तरफ मानव श्रृंखला बनाकर पर्यावरण बचाने मौन प्रदर्शन किया। सभी लोगों के हाथों और गले में पर्यावरण संदेश की तख्तियां देखने को मिली। कुछ लोगों ने बैनर और पोस्टर हाथों में लेकर शांति पूर्ण तरीके से पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया। राह चलते लोगों ने भी गांड़ियों को किनारे खडा कर मानव श्रृंखला में हिस्सा लिया।

                मानव श्रृंखला में सभी राजनीतिक दलों के लोगों ने हिस्सा लिया। मानव श्रंखला में शामिल कांग्रेस नेता अभय नारायण राय,शिवा मिश्रा, आप नेता नंदू कश्यप, सरदार जसबीर सिंह ने बताया कि कुछ सालों में वातावरण का तापमान तगातार बढा है। इसकी मुख्य वजहों में एक कारण विकास के साथ विनाश की अंधी दौड़ है। सब कुछ चाहिए लेकिन कोई हरगिज नहीं चाहेगा कि पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान हो। IMG20170603175625

                             मानव श्रृंखला में शामिल अन्य वरिष्ठ नागरिक और जनसामान्य लोगों ने बताया कि जल और जंगल मानव खुलशहाली की मुख्य वजह है। इनके नहीं रहने से मानव के अस्तित्व की कल्पना नामुमकिन है। अधाधुंध पेड़ काटे रहे हैं। कभी विकास के नाम पर तो कभी जरूरतों को लेकर…पेड़ों की कटाई जंगल से लेकर शहर तक हो रही है। ज्यादातर पेड़ बेवजह काटे जा रहे हैं। पानी और जंगल के बीच सीधा नाता है। यदि जंगल नहीं रहेंगे तो पानी की कल्पना करना बेमानी है। जब पानी नही रहेगा…तो मानव का अस्तिव ही मिट जाएगा।

             कांग्रेस नेता अभय नारायण राय, शिवा मिश्रा और सरदार जसबीर ने बताया कि बेशक विकास के लिए सड़क जरूरी है। लेकिन विनाश से बचने के लिे पेड़ों का होना बहुत जरूरी है। बिलासपुर से कोटा तक सड़क का निर्माण किया जाना है। हजारों पेड़़ों को काटे जाने का प्रशासन ने एलान किया है। पर्यावरण प्रेमियों ने मानव श्रृंखला बनाकर प्रशासन को संदेश देने का प्रयास किया है कि स़ड़क के साथ पर्यावरण को भी महत्व दिया जाए। सड़क निर्माण के समय ज्यादा से ज्यादा पेड़ों को बजाया जाए। प्लान कुछ इस तरह की हो कि सड़क निर्माण के साथ पेड़ों को सुरक्षित रखा जा सके। क्योंकि यदि पेड़ हैं तो हम है। हम रहेंगे तभी विकास का महत्व है। इस दौरान सभी लोगों लगातार बढ़ते तामपान और कटते पेड़ों को लेकर चिंता जताई है।

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