बिलासपुर—कृष्णजन्माष्मी पर शहर के गल्ली,मोहल्ले और सड़कों में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सुबह से लेकर देर शाम तक लोगों ने जमकर जश्न मनाया। जगह-जगह डीजे की धुन पर नाच गाकर मटकी फोड़ी और इनाम हासिल किया।
गोविंदा आला के धुन पर आज जगह लोगों ने जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया। शहर के गली,कूचे,मोहल्लों में गोविंदा की टीमों ने जश्न मनाया,मटकी फोड़कर माखन खाया। मुख्य मार्ग में बच्चों और युवकों ने एक दूसरे को जन्माष्टमी की बधाई दी। समय के साथ ऊचें तार पर लोगों ने कहीं मटकी तो कहीं केला बांधा। चिप्स, दही के पैकेट भी ऊंचाई पर बांधे गए।
जगह जगह फिल्मी गाने बजाए गये। गोविंदा आला रे, चांदी के डाल पर , अफगान जलेबी के धुन पर पिरामिड बनाकर मटकियां तोड़ी। इनाम भी हासिल किया। इस बीच लोगों ने गोविंदा की टोलियों का जमकर उत्साहवर्धन किया। श्रद्धालुओं ने टोली पर केला, बिस्किट और चिप्स के पैकेट फेंके।
इस बीच जगह जगह आयोजन के चलते यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। लोगों को भारी जाम के दौर से भी गुजरना पड़ा। बावजूद इसके लोगों के चेहरे पर तनाव देखने को नहीं मिला। कुछ गोविंदाओं की टोली जगह जगह जाकर मटकी तोड़ने का रिकार्ड भी बनाया।
बालकान्हा ने किया आकर्षित
शहर में जगह जगह कन्हा के बाललीला प्रदर्शनी का आयोजन किया। विपुल अग्रवाल और सिया अग्रवाल को कान्हा के बाल रूप को देखकर लोगों ने लाड़ प्यार किया। विनोवानगर निवासी विपुल और सिया ने बताया कि भगवान बच्चों से बहुत प्यार करते हैं। इसलिए हमने भी कान्हा का वस्त्र धारण कर उन्हें याद किया। विपुल और सिया के माता पिता और दादा ने बताया कि आज सुबह से सिया और विपुल ने भगवान के बाल रूप का मेकअप किया। दिन भर दोनों बच्चे लोगों के घर जाकर प्यार बांटा और प्यार लिया।
नन्हे कान्हा ऊर्फ विपुल के परिजनों ने बताया कि बचपन से ही उसे कान्हा बनने का शौक है। सिया भी अपने भाई के अनुशरण करते हुए इस बार कान्हा के वेश धारण किया मनमोहक अंदाज में होंढों पर बांसूरी रख सबका मनोरंजन किया।
तिफरा में मटकी फूटी
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण राजेन्द्र शुक्ला की अगुवाई में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। पूरे समय तक राजेन्द्र शुक्ला ने मटकी फोड़ प्रतियोगिता का जमकर आनंद उठाया। लोगों को उत्साहित भी किया। इस मौके पर दूर-दूर से ग्वालों की टीम मटकी फोड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। मटकी फोड़ने वालों को जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष स्वागत किया।
राजेन्द्र शुक्ला ने बताया कि भगवान कृष्ट के जन्मदिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। सही मायनों में यह बुराई पर अच्चाई की जीत का पर्व है। इस दिन लोग एक दूसरे को गले मिलकर सारे गीले शिकवे दूर कर बधाई देते हैं। भगवान कृष्ण एकता के प्रतीक हैं। कांग्रेस का भी यहीं प्रयास रहा है कि दिल को जोडे और जाति बंधन से समाज को बाहर निकाले।
राजेन्द्र ने बताया कि आज ग्वालों की टोली ने मटकी फोड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर सबका मनोरंजन किया। समाज के सभी लोगों ने गोविंदा की टीम को उत्साहित किया।