जांजगीर—छत्तीसगढ़ सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर शिक्षा गुणवत्ता अभियान प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। दो चरणों में आयोजित इस अभियान के तहत स्कूलों का निरीक्षण और मूल्यांकन कर शिक्षा गुणवत्ता में वृद्धि के आवश्यक प्रयास किए जाएंगे। बिलासपुर संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने आज जांजगीर-चांपा जिले के सक्ति विकासखण्ड के ग्राम पोरथा के शासकीय उ.मा. विद्यालय परिसर में आयोजित ग्राम सभा में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी।
संभागायुक्त बोरा ने बताया कि प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के बच्चों के अध्ययन और अध्यापन कार्य में सुधार लाने के साथ ही इसमें समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा यह अभियान का संचालन किया जा रहा है। वोरा ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभाएं और नगरीय क्षेत्रों में वार्ड सभाएं आयोजित की जा रही है। गांव में संचालित स्कूलों का निर्धारित 20 बिन्दुओं में मूल्यांकन कर उसे ए,बी,सी या डी ग्रेडिंग प्रदान किया जाएगा।
बोरा ने इस अवसर पर ग्रामीणों से स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, शाला प्रबंधन समिति की भूमिका, शिक्षक का बच्चों के साथ व्यवहार, अध्यापन कार्य, शाला का वातावरण, शिक्षण योजना, पठन व लेखन कौशल, सहायक शिक्षण सामग्री, विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन, त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षाओं का आयोजन के संबंध में जानकारी ली।
बोरा ने बताया सी और डी ग्रेडिंग पाने वाले स्कूलों का निरीक्षण मुख्यमंत्री और मंत्रीगण,सांसद विधायक, और जनप्रतिनिधि करेंगे। इसके साथ-साथ प्रदेश के मुख्य सचिव समेत समस्त सचिव और अधिकारी भी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। स्कूलों का निरीक्षण प्रथम चरण में 8 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2015 और द्वितीय चरण में 11 जनवरी से 18 जनवरी 2016 के बीच किया जाएगा।