बिलासपुर।शिक्षाकर्मियों की जिला स्तर की ट्रांसफर पॉलिसी में जल्द ही खो खो का खेल देखने को मिल सकता है। नाम नही छापने की शर्त पर शिक्षको से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रदेश के कुछ जिलों में जिला मुख्यालयों से लगे हुए 5 से 15 किलोमीटर के दायरे के स्कूलो में कई सालों से पदस्थ एलबी शिक्षको का जबरदस्ती स्थानांतरण मुख्यालय से दूर के स्कुलो में किया जा सकता है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
जिसके लिए कमजोर और सीधे साधे परिवेश से आने वाले एलबी शिक्षको की सूची बनाई जा रही है। जिसमे कुछ शिक्षाकर्मी जो जिला स्तर में अधिकारियों के चम्मच कहे जाते है। और अधिकारियों के लिए दलाली का काम करते है। उनका सहयोग भी लिया जा रहा है।
इस खो खो के खेल में हार कमजोर की ही होगी क्योंकि इस बार रसूखदार शिक्षक अपने ट्रांसफर के लिए मुख मांगी रकम भी देने को तैयारी में है। इस काम में कुछ छुटभैये नेता भी लग गए है। ये चम्मच टाइप के शिक्षक और छुटभैये नेता वर्तमान सरकार की छवि और कार्यप्रणाली को बदनाम करना चाहते है। या इन्होंने इस कार्य का ठेका लिया है यह तो वक़्त बताएगा क्योकि यह चर्चा तो आम हो चूंकि है।
शिक्षको की बात मे कितनी सच्चाई है। कितने एलबी शिक्षक इस खो खो का शिकार होते है यह तो जिला स्तर की स्थानांतरण सूची के निकलने के बाद पता चल जायेगा परन्तु इन सब के बीच शहर से 10 से 15 किलोमीटर दूर पदस्थ वो संविलियन हुए एलबी शिक्षक जो जिले में स्थानांतरण नही चाहते है उनमें तनाव पैदा हो गया है। क्योंकि उनके कानों में उनको हटाने की उड़ती उड़ती आवाजे सुनाई दें रही है।
बताते चले कि संविलियन हुए शिक्षाकर्मी पंचायत विभाग से शिक्षा विभाग के अधीनस्थ कर्मचारी बन गए है। और अब 28 जून से 12 जुलाई तक होने वाले जिला स्तर के स्थानांतरण के पात्र बन गए है। छत्तीसगढ़ सरकार की केबिनेट ने भी ट्रांसफर पॉलिसी को मंजूरी दे दी है।