बिलासपुर।आम आदमी पार्टी के बिलासपुर के जिला सचिव विनय जायसवाल ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि प्रदेश में शिक्षा कर्मीयो और अन्य तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए सत्ता पक्ष के विधायकों मंत्रियों की अनुशंसा के मायने क्या है..? इसे सरकार ने आधिकारिक बयान जारी करके कर्मचारियों को समझना चहिए..! आखिर इन सिफारिशों के मतलब क्या होगा ..! ताकि भृम की स्थिति दूर हो …।सीजीवाल डॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
अधिवक्ता और आप पार्टी के नेता विनय ने बताया कि राज्य बनने के बाद बीते 15 सालो में पूर्व की सरकार जमीन कर्मचारियों से दूरी बना ली थी वर्तमान सरकार की एकदम नज़दीकी समझ से परे है। सामान्य से ट्रांसफर के लिए पिछड़े और सामान्य परिवेश से आने वाले शिक्षाकर्मीयो और कर्मचारियों का दूर दूर तक विधायक और मंत्रियों से कोई लेना देना नही होता है।
शिक्षक तो ब्लॉक लेवल के अधिकारियों के चेम्बर में जाने से घबराता है ऐसे में स्थानांतरण के लिए विधायको और मंत्रियों की अनुशंशा तो बहुत दूर की बात है।
विनय जायसवाल ने बताया कि कही कही अनुशंशा के नाम पर ट्रांसफर के लिये आवेदकों की जेब ढीली करने का दूसरा पैंतरा तो नही है…..!
लोगो ने इसके खिलाफ स्टिंग करना चहिए… हम पीड़ितों के साथ है। ऐसे मामले आम आदमी पार्टी के संज्ञान में आएगी तो हम इसका विरोध करेंगें।
लोकतंत्र में सरकार की गलत नीतियों का विरोध ही स्वस्थ लोकतंत्र का आधार है भले ही प्रदेश में हमारी पार्टी का कोई विधायक नही है। पर जिले सहित पूरे प्रदेश में सैकड़ों आम आदमी पार्टी के कार्यकता सरकार की कार गुजारिया उजगार करने के लिए बैठे हुए है।