शिक्षाकर्मी नेताओं ने कहा..फिर ठगे गए…सीएम को करना था संविलियन का एलान…अब बनाएंगे रणनीति

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

बिलासपुर—- शिक्षाकर्मियों ने बजट को दिल को पीड़ा पहुचाने वाला बताया है। शिक्षाकर्मियों की माने तो उम्मीद थी कि रिपोर्ट आने से पहले सीएम अपने बजट में फौरी राहत देंंगे। बल्कि साहब ने उल्टा दर्ज बढ़ा दिया है। जबकि शिक्षा कर्मियों को उम्मीद थी कि बजट में मुख्यमंत्री रमन सिंंह शिक्षाकर्मियों के लिए संविलियन का एलान कर सकते हैं। शिक्षाकर्मी नेता अमित नामदेव ने बताया कि अब तो रिपोर्ट का इंतजार है देखते हैं क्या होता है। अमित ने बताया कि बावजूद इसके शिक्षाकर्मी एक हैं…अपने हक को हर हालत में पाकर रहेंगे। लोग हमारे साथियों को तोड़ने की फिराक में है लेकिन हमारी एकता को कोई डिगा नहीं सकता है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                बजट के बाद और सीएम के आनलाइन जवाब से शिक्षाकर्मियों में गहरी निराशा है। शिक्षाकर्मी नेता अमित कुमार नामदेव ने बताया कि उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री अंतिम बजट सत्र में फौरी राहत देंगे। संविलियन का एलान करेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बजट देखने और सुनने के बाद हम साथी लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।

                     अमित नामदेव ने बताया कि विधानसभा का अंतिम बजट सत्र होने और मध्यप्रदेश में संविलियन की घोषणा के उम्मीदे बढ़ गयी थीं। आंदोलन के दौरान आश्वासन भी दिया गया था कि संविलियन समेत शिक्षाकर्मियों की सभी 9 मांगों पर सरकार गंभीरता से लेगी। लेकिन बजट में ऐसा कोई गंभीरता नही दिखाई दी है। मुख्यमंत्री शनिवार को बजट में प्रदेश के शिक्षा कर्मियों के संविलियन की घोषणा कर सकते थे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया है। सवाल जवाब के दौरान सीएम ने हमेशा की तरह फिर आश्वासन दिया है। लगता है कि आश्वासन, शिक्षाकर्मियों की नीयत बन चुकी है। क्योंकि हमें एक बार फिर आश्वासन से ज्यादा कुछ नहीं मिला है।

              अमित ने बताया कि प्रदेश के 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों को संविलियन की घोषणा होने की उम्मीद थी। सीएम ने संविलियन के मुद्दे और सवालों को कमेटी के पाले में डालकर शिक्षाकर्मियों को निराश किया है। शिक्षाकर्मियों में भयंकर आक्रोस है। ।5 मार्च को कमेटी की 3 महीने पूरे हो जाएंगे। ,फिर हम आगे की रणनीति बनाएंगे।

close